Voice Of The People

सुशांत मामले में रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के चार वीडियोस ने मचाई सनसनी, मुंबई पुलिस पर कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे

सुशांत सिंह राजपूत मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। इसी बीच रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क ने एक और बड़ा खुलासा किया है।आपको बता दें कि रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के हाथ 4 वीडियो लगे हैं जोकि सुशांत सिंह राजपूत के संदिग्ध मर्डर से जुड़े और राज खोल सकते हैं। सबसे बड़ी बात जब सुशांत की डेड बॉडी ले जाई जा रही थी तब वहां पर एक लड़की भी मौजूद थी।

वीडियो प्रूफ 1

जब सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध हत्या हुई उस समय जब पुलिस वहां पर पुलिस पहुंची तो वहां पर एक शख्स मौजूद था जो कि काला टी शर्ट पहना हुआ था और चेहरे पर मास्क लगाया हुआ था। रिपब्लिक मीडिया के सूत्रों के अनुसार यह शख्स सुशांत का हाउस मैनेजर दीपेश सावंत है। बाद में यही शख्स एक काले रंग का बैग लेकर दौड़ता हुआ दिखाई देता है।

वीडियो प्रूफ 2

आपको बता दें कि दूसरे वीडियो में यह साफ दिख रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की बॉडी जहां पर है बेड पर उसी के बगल में एक काला बैग रखा हुआ था, जो कि दीपेश सावंत लेकर के भागता है। जो बैग दीपेश सावंत लेकर के भागता है वह बैग ठीक उसी तरह का होता है जैसा बैग सुशांत की बॉडी के बगल बेड पर पड़ा हुआ था और पुलिस यह सब कुछ देखती रहती है।

वीडियो प्रूफ 3

तीसरे वीडियो में यह दिखता है कि दीपेश सावंत सुशांत की बॉडी स्ट्रेचर से लेकर एंबुलेंस की तरफ जा रहा है। लेकिन इस दफा उसके हाथ में वह बैग नहीं होता है। इस दौरान ब्लू टी शर्ट और ट्राउजर में एक महिला बिल्डिंग के गेट से अंदर की ओर भागती हुई जाती है।

वीडियो प्रूफ 4

चौथे वीडियो में साफ दिखाई देता है कि महिला अंदर की ओर भागती हुई दिखाई देती है और दीपेश सावंत सुशांत के स्ट्रेचर के साथ जाता है। सबसे बड़ी बात यह सब पुलिस के सामने होता है और पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है। महिला सुशांत के फ्लैटमेट की करीबी है यह भी बताया जा रहा है।

पूरे मामले पर सुशांत के फैमिली लॉयर विकास सिंह ने कहा कि यह बहुत ही संदिग्ध है कि एक महिला अंदर की ओर जाती है और एक आदमी संदिग्ध बैग लेकर भागता है। जबकि पुलिस के सामने सब कुछ होता है और पुलिस कुछ नहीं करती है।

इस मुद्दे पर प्रदीप भंडारी ने भी कहा कि यह सब कुछ यह दर्शाता है कि मुंबई पुलिस ने 14 जून को सबूतों के साथ लोगों को खिलवाड़ करने दिया और सबूतों को टेम्पर करने दिया। इन सब के साथ उन्होंने कहा कि उनकी ऑटोप्सी रिपोर्ट में डेथ टाइमिंग तक नहीं बताई गई है और यह जो वीडियो आए है जिसमें एक महिला है और एक आदमी बैग लेकर भागता हुआ दिख रहा है यह सब कुछ मुंबई पुलिस के सामने हुआ और मुंबई पुलिस ने यह सब कुछ करने दिया। कोई तो ऐसा आदमी था जो यह सब कुछ करवा रहा था। ये सब कुछ ऐसा इसलिए हुआ ताकि सबूतों के साथ खिलवाड़ हो और सुशांत की मौत का सच सामने न आए। जबकि इन मामलों में सबसे पहले क्राइम सीन को ही सील किया जाता है, लेकिन यहां पर ऐसा नहीं हुआ।

SHARE

Must Read

Latest