नितेश दूबे, जन की बात
कोरोना को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय हर दिन शाम को 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करता है। इस प्रेस में गृह मंत्रालय की भी प्रवक्ता मौजूद रहती हैं। सरकार बताती है कि वर्तमान में कोरोना को लेकर क्या स्थिति है। इसी क्रम में आज भी एक प्रेस कांफ्रेंस हुई जिसमें से कुछ चिंताजनक आंकड़े भी सामने आए। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अभी तक 4067 केस कोरोना से जुड़े हुए आ चुके हैं और पिछले 24 घंटों में 693 नए मामले सामने आए हैं। प्रवक्ता ने बताया कि सभी मामलों में से 1445 मामले तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं। अभी तक 76% मामले पुरुषों के जबकि 24% मामले महिलाओं के हैं।
आंकड़े चिंता करने वाले
हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो आंकड़े बताएं हैं वह और देशों के मुकाबले तो कम है लेकिन कुछ चिंताजनक आंकड़े भी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक भारत में आंकड़ों के मुताबिक 47% कोरोना के मामले 40 साल से कम आयु वर्ग के लोगों में पाए गए हैं। जबकि 34% मामले 40 से 60 के बीच के आयु वर्ग के लोगों के बीच पाए गए हैं। वहीं पर 19% मामले 60 साल के ऊपर के लोगों के बीच पाए गए हैं। वहीं पर कोरना के मामले 76% पुरुष में जबकि 24% महिलाओं में पाए गए हैं।
जबकि हम दुनिया के दूसरे देशों की बात करेंगे तो वहां पर अधिक प्रतिशत मामले 60 से ऊपर आयु वर्ग के लोगों में पाए गए, जबकि भारत में आंकड़ा 19% है। जबकि 40 से कम आयु वालों के बीच मामले 47% तक है ,जोकि चिंताजनक है।
तबलीगी जमात के अधिक मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में कुल मामले 4067 है, जबकि इसमें अकेले तबलीगी जमात के 1445 मामले हैं। यानी अगर हम गौर करें तो भारत में करीब 36% कोरोना के मामले तबलीगी जमात के हैं। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हमने तबलीगी जमात के करीब 25 हजार वर्कर्स को होम क्वॉरेंटाइन होने का निर्देश दिया है। तमिलनाडु के कुल मामलों में से 80% से अधिक मामले तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं जो कि चिंता का विषय है।
आज ही तबलीगी जमात से जुड़ा हुआ मामला एक उत्तर प्रदेश में पाया गया है। यह शख्स इंडोनेशियाई नागरिक है जो कि यूपी के प्रयागराज में छुपा हुआ था और उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।