भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए कर्नाटक से नामों की घोषणा कर दी है। दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने जिन नामों की घोषणा की है वह दोनों नाम येदुरप्पा के सुझाव के बिल्कुल उलट है। भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक से अशोक गस्ती और इरन्ना कड़ाडी को चुनाव मैदान में उतारा है। ये दोनों येदुरप्पा के करीबी नहीं माने जाते हैं। इससे भारतीय जनता पार्टी ने कुछ संदेश देने की कोशिश की है जिसे जन की बात के फाउंडर एंड सीईओ प्रदीप भंडारी ने बताया।
क्यों बीजेपी ने इन नामों को तय किया?
पार्टी ने नामों के चयन के माध्यम से चार मुख्य संदेश देने की कोशिश की है। पहला तो यह है कि पार्टी सिर्फ एक नेता के भरोसे नहीं रहेगी बल्कि वह भविष्य की राजनीति को लेकर के भी चल रही है। साथ ही एक बात और कि पार्टी के प्रति जो वफादार रहेगा और भले ही उसके पास पैसा ना हो लेकिन पार्टी उसमें इन्वेस्ट करेगी ताकि राज्य में पार्टी की जमीन मजबूत रहे।
बीजेपी ने इन नामों के माध्यम से दूसरा संदेश दिया कि बीजेपी को कर्नाटक में लिंगायत समुदाय का काफी तगड़ा सपोर्ट मिलता है। ये सपोर्ट येदुरप्पा के कारण मिलता है। राज्यसभा के लिए चयनित दोनों नेता उत्तर कर्नाटक से आते हैं और लिंगायत समुदाय के हैं। जबकि इसमें एक नेता पंचमशाली लिंगायत से हैं जोकि लिंगायत का एक पार्ट है। यह समुदाय बीजेपी से नाराज चल रहा था जिसके बाद बीजेपी ने इन्हें साधने की कोशिश की है।
How will Karnataka politics change after BJP's announcement of Rajya Sabha nomination ? Watch exclusive #PradeepAnalysis @pradip103#karnatakapolitics pic.twitter.com/NeMZET7M3q
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) June 10, 2020
येदुरप्पा की उम्र भी एक कारण
पार्टी ने दोनों कैंडिडेट को लिंगायत समुदाय से इसलिए टिकट दिया है क्योंकि येदुरप्पा जो कि लिंगायतों केसबसे बड़े नेता हैं कर्नाटक में उनकी उम्र 77 साल है। क्योंकि वह अपने लड़के राघवेंद्र और विजेंद्र को प्रमोट कर राजनीति में लाना चाहते हैं। लेकिन बीजेपी ने पार्टी के ऐसे कार्यकर्ताओं को टिकट दिया जिनके पास पैसा नहीं है। इससे पार्टी में संदेश गया कि जो भी पार्टी के प्रति वफादार रहेगा उसको ही पार्टी आगे बढ़ाएगी।
पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवारों के चयन के मुताबिक चौथा कारण है कि कांग्रेस ने डीके शिवकुमार को आगे बढ़ाया है और बीजेपी 77 साल की उम्र येदुरप्पा के भरोसे अकेले लंबे समय तक पार्टी को मजबूत नहीं रख सकती। इसलिए बीजेपी ने दो आश्चर्यचकित नामों की घोषणा की है जो कि आगे पार्टी में काफी अहम योगदान निभाएंगे।