कौशिक, जन की बात
राजस्थान में राज्यसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब राज्य में राज्यसभा सीटों में दो कांग्रेस के पास और एक भाजपा के पास है।आपको बता दें कि राजस्थान में तीन राज्यसभा सीटों के लिए वोट डाले गए थे।
जिसके परिणाम के अनुसार 3 में से 2 सीटों पर राज्य की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस को जीत मिली जबकि बीजेपी के खाते में 1 सीट गई है।
बता दें कि, शुक्रवार को राज्य से कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल व नीरज डांगी तथा भाजपा के राजेंद्र गहलोत जीते हैं।
कांग्रेस ने के सी वेणुगोपाल और नीरज डांगी को मैदान में उतारा था। जबकि भाजपा ने राजेन्द्र गहलोत और ओंकार सिंह लखावत को उम्मीदवार बनाया था।
राजस्थान से राज्यसभा के लिए कुल 10 सीटे हैं। आज के चुनाव परिणाम के बाद सात सीटें भाजपा व तीन सीट कांग्रेस के खाते में आ गयी हैं।
मतदान से पहले सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी ने अपने-अपने समर्थक विधायकों को अलग-अलग होटलों में रुकवा रखा था। कोरोनावायरस महामारी को देखते हुए मतदान के दौरान सैनिटाईजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य विशेष प्रबंध किये गए।
राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक व भाजपा के पास 72 विधायक हैं। राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है। राज्यसभा चुनाव में भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायकों व माकपा के एक विधायक ने भी कांग्रेस के प्रत्याशियों का समर्थन किया।
200 सीटों वाली राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के पास 101 अपने विधायकों के साथ 6 बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक भी साथ है। कांग्रेस को 12 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हासिल है।
ज्ञात हो कि, भाजपा के राज्यसभा सदस्य विजय गोयल, नारायण पंचारिया व रामनारायण डूडी का कार्यकाल नौ अप्रैल को पूरा होने के बाद यह चुनाव हुए हैं। चुनाव पहले 26 मार्च को होना था, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण महामारी को देखते हुए इसे टाल दिया गया था।