आज गुजरात में सूरत के निकट भारतीय एटॉमिक वैज्ञानिकों द्वारा ककरापार एटॉमिक पॉवर प्लांट-3 का कार्य पूरा कर लिया गया है। जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर वैज्ञानिकों को बधाई दी
प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि ककरापार एटॉमिक पॉवर प्लांट 3 में निर्णायक सफलता पाने के लिए सभी वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं। 700 मेगावॉट का यह स्वदेशी ककरापार एटॉमिक पावर प्लांट 3 मेक इन इंडिया का शानदार उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट इस उपलब्धि को आने वाली सफलताओं के लिए एक ट्रेलब्लेजर बताया।
Congratulations to our nuclear scientists for achieving criticality of Kakrapar Atomic Power Plant-3! This indigenously designed 700 MWe KAPP-3 reactor is a shining example of Make in India. And a trailblazer for many such future achievements!
— Narendra Modi (@narendramodi) July 22, 2020
ककरापार एटॉमिक पॉवर स्टेशन गुजरात के तापी जिले के व्यारा में तापी नदी के किनारे स्थित है। वर्तमान में यहां तीन संयंत्र है। ककरापार एटॉमिक पॉवर स्टेशन पहला संयंत्र वर्ष 1992 में शुरू किया गया है।
जबकि इस मौके पर ऊर्जा मंत्री आरके सिंह का कहना है कि 2030 तक भारत अपनी जरूरत की 60 फ़ीसदी से अधिक ऊर्जा नवीनीकरण स्रोतों से प्राप्त करेगा। आपको जानना यह जरूरी है कि पिछले वर्ष सितंबर 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनाइटेड नेशंस क्लाइमेट ऐक्शन समिट में भारत की नवीनीकरण ऊर्जा उत्पादन क्षमता को 2022 तक 175 गीगावॉट और 2030 तक 450 गीगावॉट तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।
देश के गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके कहा कि यह भारत के न्यूक्लियर इतिहास में बड़ा दिन है। गुजरात में 700 मेगावॉट का स्वदेशी ककरापार एटॉमिक पावर प्लांट 3 काफी निर्णायक साबित होगा।
देश हमारे सभी वैज्ञानिकों को सलाम करता है। न्यू इंडिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन आत्मनिर्भर भारत के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा है।
Big Day in India’s Nuclear history as indigenously designed 700 MWe Kakrapar Atomic Power Plant-3 in Gujarat achieved criticality.
Nation salutes our scientists on this stellar achievement. New India is marching ahead to realise PM @NarendraModi’s vision of #AatmaNirbharBharat.
— Amit Shah (@AmitShah) July 22, 2020