राजस्थान का सियासी संग्राम अपने उफान पर है। कल सीएम अशोक गहलोत द्वारा राजभवन घेराव के बाद आज प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला पार्टी मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। स्थानीय स्त्रोतों के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार कुछ जगहों पर कलेक्टर ऑफिस के सामने भी धरना प्रदर्शन किया गया है।
अगर बात राजधानी जयपुर की करें तो आज जयपुर के फेयरमोंट होटल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जरूरत पड़ने पर हम राष्ट्रपति से मिलने राष्ट्रपति भवन जाएंगे।
यही नही सीएम गहलोत ने अपने विधायकों को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि, यदि आवश्यकता हुई तो हम पीएम के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
दरअसल कांग्रेस पार्टी व सीएम अशोक गहलोत के खेमे का लगातार यह प्रयास रहा है कि, जल्द से जल्द राज्यपाल उन्हें विधानसभा सत्र बुलाने की अनुमति दें, जहां सीएम गहलोत अपना बहुमत साबित कर सकें।
परंतु अभी तक इस मामले पर राज्यपाल द्वारा कोई फैसला नहीं लिया गया है। जिसके बाद से लगातार राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं।
सीएम अशोक गहलोत द्वारा विधानसभा सत्र बुलाए जाने की मांग पर राजभवन ने कुछ प्रश्न उठाए है। उनमें से एक प्रश्न यह भी है कि, राज्य सरकार का बहुमत है तो विश्वास मत प्राप्त करने के लिए सत्र आहूत करने का क्या औचित्य है?