अमन वर्मा
सुप्रीम कोर्ट आज यानी बुधवार को रिया चक्रवर्ती द्वारा दायर एक याचिका पर अपना फैसला सुनाने वाला है, शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड की गई कार्य सूची के अनुसार, न्यायमूर्ति हृषिकेश रॉय की पीठ फैसला आज 11 बजे अपना फैसला सुनाएगी। सुशांत को 14 जून को मुंबई में अपने अपार्टमेंट में मृत पाया गया था और तब से मुंबई पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, हालांकि मुंबई पुलिस द्वारा कि गई एब तक की जांच से ये साबित हो जाता है की मुंबई पुलिस ने इस मामले में कितनी लापरवाही बरती है, साथ हीं घटना के 66 दिनों के बाद भी एक भी FIR दर्ज नहीं किया गया है।
*सुप्रीम कोर्ट में दोनो पक्षो द्वारा दी गई दलीलें।*
सुप्रीम कोर्ट (Suprem Court), ने 11 अगस्त को याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था, कोर्ट में बिहार सरकार द्वारा कहा गया था कि “राजनीतिक दबाव” की वजह से मुंबई पुलिस को सुशांत सिंह राजपूत के मामले में FIR दर्ज करने की भी अनुमति नहीं दी गई थी। जिसपर महाराष्ट्र सरकार ने तर्क दिया था कि बिहार के पास इस मामले में पूरी तरह से अधिकार क्षेत्र का अभाव है। वहीं चक्रवर्ती के वकील सतीश मनेशिंदे ने पीठ से कहा था कि मुंबई पुलिस द्वारा जांच “काफी हद तक आगे बढ़ी है” क्योंकि अब तक मामले में 56 व्यक्तियों के बयान दर्ज किए गए हैं।
सुशांत सिंह राजपूत के पिता कृष्ण किशोर सिंह के वकील विकास सिंह ने रिया के वकील द्वारा प्रस्तुत प्रस्तुतियाँ गिनाईं और कहा कि उन्हें महाराष्ट्र पुलिस की जांच में “कोई विश्वास नहीं है”।
रिया के वकील ने कोर्ट में तर्क दिया था कि सुशांत के पिता द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में “पटना में किसी भी अपराध के साथ कोई संबंध नहीं है” और इसके दर्ज होने में लगभग 38 दिनों की देरी थी। केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा था कि मामले में केवल एफआईआर दर्ज की गई थी और प्रवर्तन निदेशालय ने भी मामले में अपनी अलग जांच शुरू कर दी है।
पटना में सुशांत के पिता ने चक्रवर्ती और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना), 341 (गलत तरीके से प्रतिबंध लगाना), सहित कई अपराधों के लिए एफआईआर दर्ज की थी।
केंद्र ने पहले शीर्ष अदालत को सूचित किया था कि उसने सुशांत के पिता द्वारा पटना में दर्ज एफआईआर की सीबीआई जांच के लिए बिहार सरकार की सिफारिश को स्वीकार कर लिया है।
वहीं दूसरी तरफ मीडिया में सुशांत सिंह के मौत से जुड़े कई सबूत बाहर आए हैं, जिसने मुंबई पुलिस की आत्महत्या की थ्योरी को लगातार गलत साबित किया है, ऐसे में देखने वाली बात ये होगी की आज कोर्ट क्या फैसला सुनाता है।