चंदन पांडे, जन की बात
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की सहयोगी नंदनी शर्मा ने सबसे बड़ा खुलासा किया है कि सुशांत प्रधानमंत्री मोदी जी से मिलकर और अपनी लिखी हुई किताब उन्हें भेंट करना चाहते थे। देश की शिक्षा नीति पर उनसे चर्चा करना चाहते थे।
नंदनी शर्मा (पूर्व हेड,INSSA), सुशांत की सहयोगी थी। नंदनी शर्मा ने बताया जब पूर्व में हम लोग सुशांत के साथ काम कर रहे थे ,तो हम लोगों ने कभी सिद्धार्थ पिठानी और संदीप सिंह का नाम भी नहीं सुना था। जब से उनकी मौत की खबर सुर्खियों में आई है, तब से अचानक ये दोनों नाम हमलोगों ने सुना है । ये बहुत बड़ी साजिश है ।
नंदनी शर्मा ने बताया सुशांत एक जिंदादिल इंसान थे। वह हमेशा दूसरों का हौसला बढ़ाया करते थे।
ऐसा व्यक्ति आत्महत्या कैसे कर सकता है ? निश्चित रूप से सुशांत की हत्या हुई है।
सुशांत तीन वर्ष के अंदर फ़िल्म बनाना शुरू करने वाले थे। वह स्वामी विवेकानंद की जीवनी, फ्री एजुकेशन, बाइचुंग भाटिया की जीवनी, चंदा मामा दूर के ऊपर फिल्म बनाने की योजना बना रहे थे।
सुशांत फ्री एजुकेशन पर एक किताब लिखकर प्रधानमंत्री मोदी को भेंट भी करना चाहते थे।
नंदनी शर्मा ने बताया की जो आरोप सुशांत के ऊपर रिया चक्रवर्ती ने लगाए है और जिस तरह से मनगढंत कहानियां सुशांत के लिए बनाई है कि सुशांत डिप्रेशन में थे, यह बिल्कुल बेबुनियाद बातें है। रिया एक सोची समझी साजिश के तहत सबको गुमराह करना चाहती थी।
सुशांत हमेशा सबका हौसला बढ़ाया करते थे, उनका मनोबल सुदृढ था। वे सकारात्मक सोच के धनी व्यक्ति थी।