अभी तक महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र पुलिस ने रिपब्लिक भारत के रिपोर्टर अनुज को नहीं छोड़ा है। अब रिपब्लिक भारत मुंबई हाईकोर्ट पहुंचा है ताकि रिपब्लिक के रिपोर्टर अनुज की रिहाई हो सके। आपको बता दें कि इसके साथ ही साथ रिपब्लिक भारत अब राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग भी जा रहा है ,क्योंकि एक रिपोर्टर को सिर्फ उसका काम करने के कारण गिरफ्तार किया गया है और 4 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया। आज उसकी कस्टडी का तीसरा दिन है, लेकिन अभी तक महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र पुलिस ने रिपोर्टर को नहीं छोड़ा है और पुलिस दबाव बना रही है और पता लगा रही है कि वह कौन सी स्टोरी कर रहा था। आपको बता दें कि रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क मानव अधिकार आयोग से अपने रिपोर्टर के गैर कानूनी गिरफ्तारी की शिकायत करेगा और उसे छुड़वाने की अपील करेगा।
आपको बता दें कि अब महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना ने महाराष्ट्र के केबल ऑपरेटर्स को धमकी दी है कि वह रिपब्लिक भारत और रिपब्लिक चैनल का प्रसारण अपने नेटवर्क पर ना करें। शिव केबल नेटवर्क जो कि महाराष्ट्र में एक बड़ा नेटवर्क है और जिसके प्रमुख मार्गदर्शक संजय राउत और शिवसेना है, इन को पत्र लिखकर संजय राउत के भाई सुनील राउत ने कहा है कि रिपब्लिक भारत और रिपब्लिक चैनल का प्रसारण अपने नेटवर्क पर ना करें।
रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क लगातार चार हफ्तों से नंबर वन चैनल बन गया है और अब चैनल के खिलाफ षड्यंत्र भी शुरू हो चुका है। लगातार महाराष्ट्र सरकार की गलतियां और मुंबई पुलिस की गलतियों को उजागर कर रहा है रिपब्लिक भारत जिससे महाराष्ट्र सरकार, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बौखलाए हुए हैं। यही नहीं रिपब्लिक के एक रिपोर्टर अनुज को भी महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया क्योंकि वह एक इन्वेस्टिगेटिव स्टोरी कर रहा था। पुलिस ने गैरकानूनी तरीके से उसे गिरफ्तार किया हुआ है और अभी तक रिपोर्टर को नहीं छोड़ा है। आप सभी को पता है जैसे ही कंगना राणावत ने ड्रग्स माफियाओं का नाम लिया था तुरंत महाराष्ट्र सरकार, उद्धव ठाकरे और शिवसेना बौखला गई थी। इन लोगों ने संजय राउत के माध्यम से कंगना रनौत को लाइव टीवी पर गाली दिलवाई। फिर जब कंगना राणावत ने पलटवार किया तब उसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने बीएमसी के जरिए कंगना राणावत का ऑफिस तुड़वा दिया। यानी कि संदेश साफ था जो भी महाराष्ट्र सरकार और उद्धव ठाकरे के खिलाफ बोलेगा उसे मुंबई में नहीं रहने देंगे। इसके पहले कंगना रनौत को मारने के लिए लोगों ने शिवसेना के कार्यकर्ताओं को एयरपोर्ट भेजा था।