विपिन श्रीवास्तव, जन की बात
पिछले दिनों नव दुर्गा पूजन के अष्टमी के दिन बांग्लादेश में मुसलमानों द्वारा साजिश के तहत माँ दुर्गा के पंडालों को तोड़ने, मूर्तियों को खंडित करने और अष्टमी के दिन ही जबरन मूर्ति विसर्जन की खबरे आयी थीं, जिसमे करीब तीन हिंदुओं के मारे जाने की भी खबर थी, और इस पूरे घटनाक्रम को बांग्लादेश की एक हिन्दू यूनिटी काउंसिल के ट्विट्टर एकाउंट ने निष्पक्षता से दिखाया था, जिसे आज ट्विटर ने डिलीट कर दिया ।
दुर्गाष्टमी के दिन बांग्लादेश में मुस्लिम कट्टरपंथियों का आतंक चरम पर था, वहां माँ दुर्गा की मूर्तियों को तोड़ा गया, पंडालों को तहस नहस किया गया, हिंदुओं पर हमले किये गए और माँ दुर्गा का अष्टमी के दिन ही जबरन विसर्जन किया गया । इन सभी घटनाओं को बांग्लादेश के एक वेरिफाइड ट्विट्टर एकाउंट ‘बांग्लादेश हिन्दू यूनिटी काउंसिल’ ने मुखरता से दुनिया के सामने रखा था, और वहां हिंदुओं और हो रहे जुल्म की पूरी दास्तान दुनिया को बताई थी ।
आपको बता दें कि सबसे पहले बांग्लादेश हिन्दू यूनिटी काउंसिल ने ही बांग्लादेश के भीतर चल रही मुस्लिम कट्टरपंथियों की इस साजिश को सबके सामबे रखा था । उनके ट्विट्टर एकाउंट से एक के बाद एक कई वीडियो और तस्वीरें पोस्ट की गई थीं जिनमे वहां के भयानक हालात साफ साफ नजर आ रहे थे ।इतना ही नही भारत के अंदर भी कई न्यूज चैनल और अखबारों ने बंगाल की खबरों को इसी ट्विट्टर एकाउंट के हवाले से चलाया था ।
बांग्लादेश हिन्दू यूनिटी काउंसिल के ट्विट्टर एकाउंट से वक़्त वक़्त पर हमेशा से ही वहां हो रहे अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार और बर्बरता को दुनिया के सामने रखते हुए देखा जा चुका है । लेकिन आज ट्विट्टर ने इस एकाउंट को ट्विट्टर से पूरी तरह से डिलिट कर दिया है और उसके सभी ट्वीट्स को भी डिलिट कर दिया गया है ।आशंका यह भी जताई जा रही है कि ट्विट्टर ने ये सब बांग्लादेश की सरकार और कुछ कट्टरपंथी नेताओं की रिपोर्टों के बाद दबाव में आकर इस अकाउंट को डिलीट किया है ।
वहीं भारत मे कुछ बुद्धिजीवी और वामी न्यूज एजेंसियों का एक ग्रुप इस एकाउंट को अब फर्जी बताकर ट्विट्टर की इस कार्यवाही को सही साबित करने पर तुला हुआ है ।मगर सच्चाई तो यही है कि इस वक़्त हिंदुओं के खिलाफ साजिशें न हर तरफ से हो रही हैं फिर वो चाहे ज़मीनी तौर पर हो या फिर वर्चुअल दुनिया मे ।