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प्रदीप भंडारी के शो पर शक्तिमान मुकेश खन्ना ने कहा- कट्टरपंथियों का मुंह काला करके, गधे पर घुमाना चाहिए

आज प्रदीप भंडारी के शो जनता के मुकदमा में एक्सक्लुसिव डिबेट के लिए मशहूर अभिनेता मुकेश खन्ना आये थे। प्रदीप भंडारी ने उनसे सवाल किया कि काल्पनिक सोच स्वतंत्रता का अधिकार हिन्दू देवी देवताओं ला अपमान करने क्यूँ किया जाता है?

इसके जवाब में मुकेश खन्ना ने कहा कि हिन्दू, मुस्लिम, सिख सभी धर्म है। लेकिन हिन्दू धर्म को लोग सॉफ्ट टारगेट मान चुके हैं। आपको याद होना चाहिए कि अमेरिका में भी एक कॉमेडियन ने केकह दिया था कि मैं ऐसे भारत से हूं जहाँ सुबह में कुछ होता है रात को कुछ होता है। उसे पकड़ कर मरना चाहिए था और गधे पर घुमाना चाहिए था।

यहाँ हम इंतजार करते हैं कि FIR कर देंगे कोर्ट फैसला करेगा। हम सोशल मीडिया पर ट्रोल करेंगे। ये सारे फ़िल्म निर्माता जान चुके हैं। चाहे वो पद्मावत हो या सैफ अली कहे कि मैं राम को हसीं के पात्र के रूप में बताना चाहता हूं। वो कह जाते हैं और कह के निकल जाते हैं। हम देखते रह जाते हैं।

ये औरत जो अपने आप को कहती है कि वो डॉक्यूमेंट्री मेकर है। वो अभी भी शर्मिंदा नहीं है। अभी भी हर तस्वीर में हँसते हुए दिख रही है। कह रही है कि मैंने क्या कर दिया मुझे डर लग रहा है, नफरत की आंधी फैला रहे हैं ये। आपने क्या किया आपको उसका अंदाज़ नहीं है तो तो आप मूर्ख है या आप बहुत शातिर है या आप उस कम्युनिस्ट लॉबी के हैं जिसको BBC भी स्पॉन्सर करता है। ऐसा कहा जाता है कि आप हिन्दू के खिलाफ कुछ भी लाओ तो हम आपकी डॉक्यूमेंट्री को ले लेंगे, ऐसा मैंने सुना है।

प्रदीप भंडारी ने अगले सवाल में पूछा कि मेरा मन आहत होता है कि ये लोग बोल देते है और चले जाते हैं इनपे कोई कारवाई नहीं होती वहीं दूसरी तरफ ‘सर तन से जुदा’ हो जाता है, इसका मतलब मरे हिन्दू, कटे हिन्दू, हिन्दू के धर्म का अपमान हो और हिन्दू मूक दर्शक बनके देखता रहे?

इस सवाल के जवाब में मुकेश खन्ना ने कहा कि प्रदीप जी मैं थोड़ा सा आपसे सहमत कम इसलिए हूँ क्योंकि यहीं दुविधा है हमारी की हम हिन्दू धर्म वाले कानून के माध्यम से चलते हैं और हम शांत स्वभाव के रहें हैं। क्यों? क्योंकि हम किसी का बुरा नहीं चाहतें।

हमारे यहाँ पर दिक्कत क्या है कि हम फैसले का इंतजार करते हैं। इस औरत ने इतनी बड़ी बदतमीजी कर दी लेकिन फिर भी हम सुप्रीम कोर्ट का इंतजार करेंगे। मैं वो नहीं कह रहा हूँ कि वो करो जो दूसरे धर्म वाले कर रहे हैं मगर और भी कई तरीके होते हैं। आप डरा के तो देखिए। मैं तो ये कह रहा हूं कि इनका मुंह काला करके गधे पर बिठाकर घुमाइए। ताक़त पैदा कीजिए। हिंदुओं में एकता पैदा कीजिए सबमें एकता है सिवाय हिंदुओं के।

अंत मे मुकेश खन्ना जी ने हिंदुओं से आग्रह किया कि हिन्दू एक हो जाओ। हमारा कोई नेता नहीं है। इसलिए हमने एकता दिवस का ऐलान किया है। आप हर मंगलवार 7 बजे शाम को किसी मंदिर में जाके बैठ जाइए। प्रदीप भंडार ने अंत मे कहा कि आप शक्तिमान हैं, आपको सारी दुनिया शक्तिमान के रूप में जानती है और आपने जो आज कानूनी आह्वान किया है उसका मैं स्वागत करता हूँ।

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