देश के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले प्राइम टाइम शो, इंडिया न्यूज़ के न्यूज़ डायरेक्टर तथा जन की बात के संस्थापक प्रदीप भंडारी ने मोरबी में हुए पुल हादसे पर जनता का मुकदमा में कई बड़े सवाल उठाए थे. साथ ही उन्होंने Oreva कम्पनी के मालिक पर जल्द से जल्द सरकार से एक्शन लेने की आवाज उठाई थी.
प्रदीप भंडारी ने शुरुवात से ही पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मुहीम को उठाया था. जिसके बाद अब इस मामले से जुडी बड़ी खबर सामने आई है. साथ एक बार फिर से जनता का मुकदमा का बड़ा असर देखने को मिला है.
Morbi Bridge हादसे में Oreva के मालिक को कौन बचा रहा है ? #ActAgainstOreva #MorbiBridgeCollapse #Gujarat #MorbiBridge @pradip103 @jankibaat1 pic.twitter.com/3z7gOIBQkA
— India News (@IndiaNews_itv) November 2, 2022
आपको बता दें की मोरबी पुल हादसा मामले में जयसुख पटेल का नाम एफआईआर में बतौर आरोपी दर्ज है. जयसुख पटेल ने बीते 20 जनवरी को मोरबी के सेशन कोर्ट में याचिका दायर कर अग्रिम जमानत की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था.
' Why have the owners of #Oreva not been questioned yet? Why is the #Morbi administration officials not named in FIR? Where is Jaisukh Patel hiding?' –
Pradeep Bhandari raises pertinent questions in his Daleel on #ActAgainstOreva debate on @IndiaNews_itv.@pradip103 pic.twitter.com/kyLhiR3nEz
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) November 2, 2022
मोरबी पुल हादसा मामले में आरोपी ओरेवा ग्रुप के प्रबंध निदेशक (MD) जयसुख पटेल ने मंगलवार को मोरबी में सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। इससे पहले सीजेएम कोर्ट ने जयसुख पटेल के खिलाफ वॉरंट जारी किया था।पिछले साल 30 अक्टूबर को मोरबी में मच्छु नदी पर बना पुल गिरने से 135 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद गुजरात पुलिस नौ लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसमें ओरेवा ग्रुप के चार कर्मचारी शामिल थे। इनमें कंपनी के दो मैनेजर हैं और दो टिकट क्लर्क हैं।
गुजरात पुलिस ने बीते 27 जनवरी को ही मोरबी सस्पेंशन ब्रिज हादसा मामले में 1,262 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। चार्जशीट में भी ओरेवा ग्रुप के जयसुख पटेल का नाम बतौर आरोपी शामिल किया गया है।