प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ प्रोग्राम के जरिये देश को संबोधित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात का ये 99वां संस्करण है। वहीं पीएम मोदी के साल 2023 का ये तीसरा मन की बात है। ‘मन की बात’ हर महीने के आखिरी रविवार को ऑल इंडिया रेडियो पर प्रसारित रे देश में परमार्थ को इतना ऊपर रखा गया है कि दूसरों के सुख के लिए, लोग, अपना सर्वस्व दान देने में भी संकोच नहीं करते। इसलिए तो हमें बचपन से शिवि और दधीचि जैसे देह-दानियों की गाथाएँ सुनाई जाती हैं।”
“साथियो, आधुनिक Medical Science के इस दौर में Organ Donation, किसी को जीवन देने का एक बहुत बड़ा माध्यम बन चुका है ।कहते हैं, जब एक व्यक्ति मृत्यु के बाद अपना शरीर दान करता है तो उससे 8 से 9 लोगों को एक नया जीवन मिलने की संभावना बनती है । साल 2013 में, हमारे देश में, ऑर्गन डोनेशन के 5 हजार से भी कम cases थे, लेकिन 2022 में, ये संख्या बढ़कर, 15 हजार से ज्यादा हो गई है । ऑर्गन डोनेशन करने वाले व्यक्तियों ने, उनके परिवार ने, वाकई, बहुत पुण्य का काम किया है। संतोष की बात है कि आज देश में ऑर्गन डोनेशन के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है।”
पीएम मोदी ने आगे कहा की ,जो लोग, ऑर्गन डोनेशन का इंतजार करते हैं, वो जानते हैं, कि, इंतजार का एक-एक पल गुजरना, कितना मुश्किल होता है। और ऐसे में जब कोई अंगदान या देहदान करने वाला मिल जाता है, तो उसमें, ईश्वर का स्वरूप ही नजर आता है। झारखंड की रहने वाली स्नेहलता चौधरी जी भी ऐसी ही थी जिन्होंने ईश्वर बनकर दूसरों को जिंदगी दी । 63 वर्ष की स्नेहलता चौधरी जी, अपना, हार्ट, किडनी और लिवर, दान करके गईं।