कर्नाटक चुनाव में 1 महीने का वक्त बाकी है लेकिन जन की बात के संस्थापक प्रदीप भंडारी और उनकी टीम पिछले 20 दिनों से ग्राउंड पर है। प्रदीप भंडारी अपनी टीम के साथ हर एक जिले में जा रहे हैं और जनता की नब्ज पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
जन की बात की टीम हर एक जिले में जा रही है और हर जिले की हर सीट के बारे में ओपिनियन पोल में बताया जाएगा कि कौन आगे चल रहा है। 2018 में जन की बात टीम इकलौती ऐसी टीम थी जिसने कर्नाटक चुनाव के एग्जिट पोल का एकदम सटीक आकलन किया था।
प्रदीप भंडारी ने बताया, “karnataka Elections is a two C election (caste and candidate) और बीजेपी इसे मोदी इलेक्शन बनाना चाहेगी।” चुनावी सर्वे के बीच प्रदीप भंडारी ने यूट्यूब पर अपने नए शो “इलेक्शंस की बात, प्रदीप के साथ” लांच किया। इसके 2 एपिसोड किए जा चुके हैं। पहले एपिसोड में प्रदीप भंडारी ने कर्नाटक की राजनीतिक स्थिति के बारे में बताया जो ट्विटर पर टॉप ट्रेंड भी रहा, वहीं दूसरा एपिसोड भी टि्वटर पर टॉप ट्रेंड रहा।
प्रदीप भंडारी ने कहा कि हम जमीन पर एक अच्छा डाटा इकट्ठा करने के लिए काम कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि हम पूरी ईमानदारी से आपके समक्ष कर्नाटक चुनाव की सही नब्ज रख पाएंगे।
प्रदीप भंडारी और टीम जन की बात ने अब तक कुल 36 इलेक्शन किए हैं और इसमें से 90% से अधिक इलेक्शन सही हुए हैं। यानी जो प्रदीप भंडारी और उनकी टीम ने कहा है वही साबित वही नतीजे आए हैं। कर्नाटक चुनाव में जन की बात की टीम के 70 लोग जमीन पर काम कर रहे हैं।