कर्नाटक चुनाव से पहले एक बड़ी खबर आई है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता के एस ईश्वरप्पा ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को पत्र लिखकर कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। हालांकि उन्होंने चुनाव न लड़ने कोई कारण नहीं बताया है। केएस ईश्वरप्पा फिलहाल शिवमोग्गा से भाजपा के विधायक हैं। हालांकि उन्होंने ये कहा है कि वो चुनावी राजनीति से संन्यास ले रहे हैं।
केएस ईश्वरप्पा वही नेता हैं जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और उस वजह से उन्हें अपना मंत्री पद भी गंवाना पड़ गया था। इसके बाद कर्नाटक कांग्रेस ने बीजेपी पर 40% कमिशन लेने का आरोप लगाया था।
केएस ईश्वरप्पा के चुनाव न लड़ने के फैसले पर राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, “केएस ईश्वरप्पा ने चुनावी राजनीति से हटने के बारे में पार्टी अध्यक्ष को पत्र लिखा था, उन्होंने पहले भी कहा था कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, लेकिन हमने उन्हें उनके अनुभव के अनुसार चुनाव लड़ने के लिए कहा। अब उन्होंने इस बारे में सभी से चर्चा की और निर्णय लिया। यह संदेश देता है कि एक निश्चित उम्र के बाद हमें युवाओं के लिए जगह छोड़ देनी चाहिए। राज्यों और केंद्र में भाजपा की यही संस्कृति है।”