कर्नाटक में ईडी ने आईएनएक्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड और अन्य मामले में मंगलवार को कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम की 11 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ईडी ने पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम और अन्य की 11 करोड़ की संपत्ति जब्त कि है।
प्रवर्तन निदेशालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि कुर्क की गई चार संपत्तियों में से एक कर्नाटक के कुर्ग जिले में स्थित अचल संपत्ति है। उन्होंने कहा कार्ति के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत एक प्रोविजनल ऑर्डर जारी किया गया है।
सूत्रों के अनुसार एक प्राईवेट कंपनी पंजाब के मनसा में 1980 मेगावॉट का थर्मल पावर प्लांट लगा रही थी। इसका जिम्मा चीन की एक कंपनी को दिया गया था। आरोप है कि यह प्रोजेक्ट लेट हो रहा था। काम को तेजी से कराने के लिए चीनी प्रोफेशनल्स को मनसा लाया गया। इनके लिए वीजा का इंतजाम चेन्नई के एक शख्स ने अपने कुछ साथियों की मदद से किया। इसमें नियमों की अनदेखी हुई। कुल 263 प्रोजेक्ट वीजा जारी किए गए। इतना ही नहीं होम मिनिस्ट्री को इस प्राइवेट कंपनी ने एक लेटर लिखा और इन तमाम वीजा होल्डर्स को फिर से वीजा जारी करने की गुजारिश की। इसकी मंजूरी भी एक महीने में मिल गई। आरोप है कि चेन्नई के एक व्यक्ति ने अपने सहयोगियों की मदद से 50 लाख रुपए रिश्वत मांगी। आरोप है कि यह रिश्वत मनसा की प्राईवेट कंपनी ने मुंबई की एक कंपनी के फर्जी बिल के जरिए चेन्नई भेजी।
CBI ने इस मामले में पांच आरोपियों पर केस दर्ज किया है। इनमें पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम, चेन्नई स्थित करीबी सहयोगी एस. भास्कररमन, पंजाब की निजी कंपनी के विकास मखरिया, मैसर्स तलवंडी साबो पावर लिमिटेड, मानसा (पंजाब), मेसर्स बेल टूल्स लिमिटेड, मुंबई (महाराष्ट्र) शामिल हैं। इसके अलावा एक सरकारी अधिकारी और एक निजी कर्मचारी भी शामिल हैं। जांच एजेंसी ने इनके नाम नहीं बताए हैं।