सूडान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन कावेरी’ शुरू किया है। बुधवार को सूडान में फंसे अन्य 135 भारतीयों का तीसरा जत्था सूडान से रवाना हुए दूसरे भारतीय वायुसेना के C-130J विमान में सवार होकर सऊदी अरब के जेद्दा पहुंच गया। इससे पहले आज पहला IAF C-130J जेद्दा एयरपोर्ट पहुंचा, यहां विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने 148 निकाले गए भारतीयों के दूसरे जत्थे की अगवानी की।
इसके साथ ही नौसैनिक पोत आईएनएस सुमेधा भी आज 278 यात्रियों को लेकर जेद्दा बंदरगाह पहुंचा। यह जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय ने दी। विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, “ऑपरेशन कावेरी पूरे जोरों पर है। भारतीय वायुसेना की दूसरी C-130J फ्लाइट पोर्ट सूडान एयरपोर्ट से जेद्दा के लिए रवाना हुई, जिसमें 135 और यात्री हैं। यह ऑपरेशन कावेरी के तहत निकाले गए लोगों का तीसरा जत्था है।”
इससे पहले बुधवार को विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया था कि भारतीय वायुसेना के C-130J विमान से 121 यात्री रवाना हुए हैं। हालांकि, विदेश राज्यमंत्री ने बाद में ट्वीट कर कहा कि दूसरे बैच में 148 भारतीयों को निकाला गया है।
केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री ने मंगलवार को इंटरनेशनल इंडियन स्कूल, जेद्दा में पारगमन सुविधा का निरीक्षण किया। सूडान से निकाले गए भारतीयों को भारत आने से पहले इसी स्कूल में रखा जा रहा है। राज्यमंत्री ने ट्वीट किया, “इंटरनेशनल इंडियन स्कूल जेद्दा में पारगमन सुविधा (Transit Facility) का निरीक्षण किया, जहां सूडान से निकाले गए भारतीयों को भारत की यात्रा से पहले रिसीव किया जाएगा और कुछ देर के लिए रखा जाएगा। यह स्कूल पूरी तरह से रहने के प्रावधानों, ताजा भोजन, शौचालय, चिकित्सा सुविधाओं, वाईफाई से सुसज्जित है। यहां 24 घंटे काम करने वाला कंट्रोल रूम भी है।
राजधानी खारतूम में सूडानी सेना और अर्धसैनिक समूहों के बीच लड़ाई तेज होने के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को जानकारी दी कि संघर्षग्रस्त सूडान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन कावेरी’ चलाया जा रहा है और लगभग 500 भारतीय पोर्ट सूडान एयरपोर्ट पहुंच गए हैं। गौरतलब है कि भारत ने संघर्षग्रस्त देश से फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए “ऑपरेशन कावेरी” शुरू किया है।
भारतीय नौसेना का आईएनएस तेग भी मंगलवार को सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए जारी ‘ऑपरेशन कावेरी’ में शामिल हो गया। विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह युद्धपोत मंगलवार को अतिरिक्त अधिकारियों और फंसे हुए भारतीयों के लिए आवश्यक राहत सामग्री के साथ पोर्ट सूडान पहुंचा।
सूडान के ताजा हालात के बारे में बता दें कि संघर्षग्रस्त गुटों ने अमेरिका और सऊदी अरब द्वारा मध्यस्थता के बाद सोमवार को 72 घंटे के युद्धविराम के लिए सहमति व्यक्त की थी।इस दौरान अन्य देश सूडान से अपने नागरिकों को निकालने में लगे हुए हैं।