प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 100 वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने संस्कृत के एक मंत्र का भी जिक्र किया.
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज हम इसी चरैवेति चरैवेति की भावना के साथ मन की बात का 100वां एपिसोड पूरा कर रहे हैं. जिसका मतलब है चलते रहो-चलते रहो-चलते रहो. आज भारत के सामाजिक ताने-बाने को मजबूती देने में ‘मन की बात’, किसी भी माला के धागे की तरह है जो हर मनके को जोड़े रखता है. हर एपिसोड में देशवासियों के सेवा और सामर्थ्य ने दूसरों को प्रेरणा दी है. इस कार्यक्रम में हर देशवासी दूसरे देशवासी की प्रेरणा बनता है.’
पीएम मोदी ने कहा कि, मेरा अटूट विश्वास है कि सामूहिक प्रयास से बड़े से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है. ‘मन की बात’ का हर एपिसोड अगले एपिसोड के लिए जमीन तैयार करता है. आज़ादी के अमृतकाल में यही पॉजिटिविटी देश को आगे ले जाएगी, नई ऊंचाई पर ले जाएगी और मुझे खुशी है कि ‘मन की बात’ से जो शुरुआत हुई, वो आज देश की नई परंपरा भी बन रही है.’