कर्नाटक की लड़ाई निर्णायक दौर में पहुंच चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत भाजपा के दिग्गज नेता लगातार कर्नाटक का दौरा कर रहे हैं, और जनता से संवाद स्थापित कर रहे हैं। इसी कड़ी में कल 1 मई को गृह मंत्री अमित शाह ने एक निजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कई अहम् बातें बोलीं। खासकर बागियों के सवाल पर उन्होंने कहा की ‘सावदी और शेट्टर इसलिए बागी हुए क्योंकि उन्हें टिकट नहीं मिला, हमने सही फैसला लिया है, हम उनसे नहीं डरते, और वो लोग बड़े मार्जिन से हारेंगे.
कांग्रेस के पास सबूत नहीं
भ्रष्टाचार के आरोपों पर बोलते हुए शाह ने कहा की ‘ माइक में किसी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने से कुछ नहीं होता है। कांग्रेस साक्ष्य के साथ एक भी आरोप नहीं लगा सकी है। अगर कुछ है तो साक्ष्य के साथ सामने आएं। कांग्रेस के नेताओं पर साक्ष्य के साथ भ्रष्टाचार साबित हुआ है। चार्जशीट हुई है, जेल गए हैं और बेल पर बाहर आए हैं। कर्नाटक की जनता इसे जानती है। कांग्रेस किसे भ्रमित कर रही है।’
इसके बाद अमित शाह ने परिवारवादी राजनीती पर भी निशाना साधा, उन्होंने कहा की ‘परिवारवाद को इस तरह नहीं देखा जाना चाहिए। परिवारवाद है- जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी। मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव। देवेगौड़ा..फिर एक बेटा, फिर दूसरा बेटा, फिर बहू फिर कोई और। पार्टी एक परिवार के हाथ से शुरू होती है और परिवार पर ही खत्म होती है। अगर पार्टी में कोई काम कर रहा है तो वह पार्टी का हुआ। अपनी क्षमता से उसे मौका मिलेगा।’
बागी बड़े मार्जिन से हारेंगे
बागियों के सवाल पर अमित शाह ने कहा की ‘यह आपकी भ्रांति है। वह दोनों नाराज क्यों हुए। क्यों पार्टी छोड़कर गए- इसीलिए तो क्योंकि हमने टिकट नहीं दिया। टिकट दे देते तो बाहर नहीं जाते। लेकिन हमने फैसला लिया, हम नहीं डरते..। हमने तो स्टैंड लिया और मैं आपको बता दूं कि दोनों लोग बहुत बड़े मार्जिन से हारेंगे। यही उदाहरण है कि हम जाति की राजनीति नहीं करते और जनता भी नहीं चाहती है। वैसे आपको बता दें कि पहले भी भाजपा के टिकट से वोकालिग्गा और दूसरी जाति के नेता चुनकर आए थे। इस बार और बड़ी संख्या में आएंगे। उन क्षेत्रों से चुनकर आए हैं जहां पारंपरिक रूप से कांग्रेस और जनता दल (एस) मजबूत हुआ करते हैं। पिछले नौ साल में केंद्र सरकार और चार साल में प्रदेश की भाजपा की सरकार ने लाभार्थियों की इतनी बड़ी जाति खड़ी कर दी है कि उसमें सब कुछ समाहित हो गया है। यह शायद पत्रकारों को नहीं दिखाई देता है, लेकिन हमें दिखाई देता है।’
आरक्षण के सवाल पर अमित शाह ने जवाब दिया ‘सुप्रीम कोर्ट के सामने एक ही बात को चुनौती दी गई, वह है मुस्लिम आरक्षण। मैं आपको कह सकता हूं कि धर्म के आधार पर आरक्षण संविधान सम्मत नहीं है। कोई अदालत इसे नहीं मान सकती है। सुनवाई खत्म होते ही हमारे पक्ष में फैसला आएगा। अभी तेलंगाना में भी हमने घोषणा की थी कि वहां इस तरह से जो आरक्षण है, सरकार बनते ही वहां भी इसे खत्म करेंगे।’
जेडीएस को वोट देना मतलब कांग्रेस को वोट देना
शाह ने जेडीएस पार्ट निशाना साधते हुए कहा की ‘जनता समझ चुकी है कि जनता दल (एस) को वोट देने का अर्थ है कांग्रेस को वोट देना। पिछले चुनाव का विश्लेषण जनता बहुत अच्छे से कर रही है। हम तो पहले नंबर की पार्टी थे, दूसरे नंबर पर कांग्रेस और तीसरे नंबर पर जनता दल। लेकिन नतीजा आया और वह कांग्रेस के दरवाजे पर पहुंच गए। इसीलिए जिन्हें कांग्रेस को वोट नहीं करना है, वे जनता दल को वोट नहीं देंगे।’
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा की ‘आप थोड़ा इतिहास भी देखिए। इस तरह की गारंटी उन्होंने गुजरात में भी दी थी, असम, उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्यों में दी थी। लेकिन हर जगह हारे। जिस पार्टी की ही गारंटी नहीं है, वह क्या गारंटी देगी। वैसे सवाल तो यह है कि जिस पांच गारंटी की बात कर रहे हैं, उसे छत्तीसगढ़ में, राजस्थान में दे दिया है क्या। वहां तो अब कांग्रेस को पांच साल होने को आ रहे हैं। जनता सब देखती है, कोरे भाषण से कुछ नहीं होता है। हमने मुफ्त की रेवड़ी बांटने की जगह लोगों का जीवन स्तर उठाने का काम किया है। घर दिया, पानी दिया, शौचालय दिया, गैस दिया, स्वास्थ्य बीमा दिया। असर इसका होता है।’