राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने ऐलान किया है कि वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ रहे हैं। उन्होंने पद से इस्तीफा देने की बात कही। पवार ने कहा कि अब मैं चाहता हूं कि एनसीपी की जिम्मेदारी कोई और संभाले। मैंने कई साल तक पार्टी की जिम्मेदारी संभाली है और अब पार्टी का नेतृत्व नहीं करना चाहता। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में सक्रिय रहेंगे, लेकिन पार्टी अध्यक्ष पद से रिटायर होना चाहते हैं।
#WATCH | Supporters of NCP chief Sharad Pawar protest against his announcement to step down as the national president of NCP. pic.twitter.com/LsCV601EYs
— ANI (@ANI) May 2, 2023
शरद पवार के इस एलान के बाद अब यह सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर पवार यह पद किसे सौंपने जा रहे हैं। दरअसल, राकांपा के अध्यक्ष पद के लिए अजित पवार भी प्रतिद्वंद्वी के तौर पर देखे जाते हैं। वहीं, शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को पवार का उत्तराधिकारी माना जाता है। ऐसे में पार्टी अध्यक्ष की जंग आने वाले समय में दिलचस्प हो सकती है।
संगठन में बदलाव का इशारा कर चुके हैं पवार
इससे पहले पिछले हफ्ते पवार ने मुंबई में आयोजित युवा मंथन कार्यक्रम में रोटी पलटने की बात कह डाली। पवार बोले, ‘किसी ने मुझे कहा कि रोटी सही समय पर पलटनी होती है और अगर सही समय पर नहीं पलटी तो वो कड़वी हो जाती है। अब सही समय आ गया है रोटी पलटने का, उसमें देरी नहीं होनी चाहिए। इस बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आग्रह करूंगा की वो इस पर काम करें।’
पवार का ये बयान ऐसे समय आया था, जब उनके भतीजे और एनसीपी नेता अजित पवार के नए राजनीतिक कदम को लेकर अटकलें लगाई जा रहीं हैं। दावा किया जा रहा था कि वह भाजपा के साथ हाथ मिला सकते हैं। हालांकि, अजित पवार इन अटकलों को खारिज भी कर चुके हैं।
भतीजे या बेटी को पार्टी की कमान सौंप सकते हैं पवार
शरद पवार ने युवा मंथन कार्यक्रम में अपनी बात रखी है। ऐसे में हो सकता है कि अब पवार पार्टी की जिम्मेदारी किसी युवा हाथों में देना चाहते हों। इसमें दो बड़े नाम हैं। पहला उनकी बेटी सुप्रिया सुले और दूसरा उनके भतीजे अजित पवार हैं। अजित पवार को लेकर हाल के दिनों में कई अटकलें लग चुकी हैं। संभव है कि पवार इन्हीं दोनों में से किसी एक को पार्टी की कमान सौंप दें। इसके जरिए वह युवाओं के बीच संदेश देना चाहते हों कि एनसीपी में युवाओं के लिए अवसर है और एनसीपी युवाओं को आगे बढ़ाती है।
हालांकि इस्तीफे के बाद अजित पवार ने कहा है की ‘कमिटी जो भी फैसला लेगी, वो मान्य होगा. उन्होंने कहा, शरद पवार ने उम्र को देखकर ये फैसला लिया है’