कर्नाटक में बस 7 दिनों के बाद विधानसभा चुनाव होने हैं और मुख्य मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस के बीच होता दिख रहा है। जन की बात – एशियानेट सुवर्णा न्यूज के ओपिनियन पोल 2 के अनुसार कर्नाटक में मोदी इम्पैक्ट के बाद बीजेपी कर्नाटक में सरकार बनाने के सबसे करीब है.
प्रदीप भंडरी के पिछले ओपिनियन पोल में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर नजर आ रही थी लेकिन बीजेपी की तरफ से चुनाव प्रचार में पीएम मोदी की एंट्री के बाद से नजारा पूरी तरह से बदल गया है. पिछले दिनों पीएम मोदी ने कर्नाटक में दो दिन के अन्दर तबातोड रैलियां कर पूरा खेल ही बदल दिया है. हुमनाबाद, विजयपुरा, मैसूर, चित्रदुर्गा और सिंघनूर में पीएम की एक के बाद एक जन सभाओं ने कर्नाटक चुनाव का समीकरण बदल दिया है.
एक और जहाँ कांग्रेस के नेता वादे करने या अपनी उपलब्धियां गिनवाने की बजाये पीएम मोदी को अपशब्द बोलने का काम किया तो वहीँ पीएम मोदी ने विपक्ष की गालियों को ही अपना चुनावी कैम्पेन बना डाला और खुद को दी जा रही गालियों में भी अवसर ढूंढते हुए जनता से संवाद बना लिया.
सबसे ज्यादा नुक्सान जेडीएस को
कर्नाटक चुनाव में पीएम मोदी की एंट्री से सबसे ज्यादा नुक्सान जेडीएस को होता हुआ दिख रहा है, क्योंकि प्रदीप भंडारी के पहले ओपिनियन पोल में जहाँ 21 से 27 सीटें मिलने का अनुमान था वहीँ पीएम मोदी की एंट्री के बाद अब 20 से 26 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीँ पीएम मोदी की एंट्री का नुक्सान कांग्रेस को भी हो रहा है.
मोदी की एंट्री ने बदले बीजेपी के आंकड़े
पीएम मोदी को एंट्री जिस भी चुनाव में होती हैं वहां आंकड़े बदल जाते हैं, कर्नाटक में भी यही हो रहा है, जन की बात के पहले ओपिनियन पोल में बीजेपी को 98 से 109 सीटों का आंकड़ा नजर आ रहा था लेकिन पिछले दिनों पीएम मोदी की ताबड़तोड़ रैलियों और रोड शो के बाद माहोल पूरी तरह बदल गया है, और इसका असर बीजेपी की सीटों पर भी दिख रहा है।
आपको बता दें कि प्रदीप भंडारी और उनकी टीम ने ओपिनियन पोल का सर्वे 15 अप्रैल से 1 मई 2023 के बीच किया है, जिसके सेंपल साइज 30,000 है। बुधवार 10 मई को कर्नाटक में वोटिंग होनी है, और 13 मई को नतीजे आएंगे।