कर्नाटक की रामनगर विधानसभा सीट को भी बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि इसी रामनगर विधानसभा सीट से कर्नाटक को दो दिग्गज मुख्यमंत्री एचडी देवगौड़ा और एचडी कुमारस्वामी मिले हैं। अब यहां से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते निखिल कुमारस्वामी चुनाव लड़ रहे हैं। निखिल कुमार स्वामी के खिलाफ कांग्रेस के इकबाल हुसैन और बीजेपी के गौतम गौड़ा मैदान में है। दो दशक से अधिक समय से ये सीट जेडी-एस का गढ़ रही है। रामनगर सीट के रुझान आने लगे हैं। शुरुआती रुझानों में निखिल पीछे चल रहे हैं, इलेक्शन कमीशन के अनुसार रामनगर सीट से निखिल कुमारस्वामी 10715 वोटों से कांग्रेस के इकबाल हुसैन से पीछे चल रहे हैं,
रामनगर सीट पर कुल 205,031 मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 102,027 और महिला वोटरों की संख्या 102,979 है। इस सीट पर ट्रांसजेंडर वोटरों की संख्या 25 है। 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर एचडी कुमारस्वामी विजयी हुए। इस सीट पर उन्हें 92,626 वोट मिले। कुमारस्वामी ने इस सीट पर 22,636 वोटों से जीत दर्ज की। इन्होंने कांग्रेस के इकबाल हुसैन को हराया। इस सीट पर हुसैन को 69,990 वोट मिले। इस सीट पर तीसरे स्थान पर भाजपा उम्मीदवार लीलावती रहीं। उन्हें 4871 वोट मिले।
जेडीएस की करारी हार
चुनाव आयोग के मुताबिक कर्नाटक में इस बार जेडीएस को करारी हार का सामना करना पद रहा है, ताझा रुझानों के अनुसार जेडीएस इस वक़्त 21 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि 2018 में जेडीएस के खाते में 37 सीटें आई थीं.
कांग्रेस की अप्रत्याशित जीत
कर्नाटक चुनाव में इस बार कांग्रेस का प्रदर्शन सभी को चौकाने वाला रहा है, कांग्रेस तजा रुझानों के अनुसार 135 सीटों पर आगे चल रही है, जबकी बीजेपी सिर्फ 64 सीटों पर आगे चल रही है.
निर्वाचन आयोग ने बुधवार रात कहा था, ‘कर्नाटक के सभी 224 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा और 58,545 मतदान केंद्रों में से किसी में भी पुनर्मतदान के संकेत नहीं मिले हैं।’ कर्नाटक ने 2018 के विधानसभा चुनावों में 72.36 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। उस चुनाव में त्रिशंकु विधानसभा बनी थी, जिसमें भाजपा 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन बहुमत के आंकड़े से थोड़ी दूर रह गई थी। लेकिन इस बार कांग्रेस पूर्ण बहुमत की सरकार बनाते हुए नजर आ रही है.