कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार का कहना है कि मुख्यमंत्री पद को सिद्धरमैया के साथ बांटने का कोई सवाल ही नहीं है। मीडिया द्वारा पूछे जाने पर कि क्या आप सिद्धारमैया के साथ पोस्ट साझा करने के लिए सहमत होंगे? शिवकुमार ने कहा कि यह साझा की जाने वाली संपत्ति नहीं है जैसे भाई-बहन पैतृक संपत्ति साझा करते हैं।
मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदारों को लेकर आज फैसला हो सकता है। दो दिन से चल रही खींचतान के बीच सिद्धारमैया के नाम पर सहमति बनने के संकेत हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री पद की प्रबल इच्छा रखने वाले डीके शिवकुमार ने पहले दिल्ली आने से मना कर दिया था, उसके बाद वो दिल्ली पहुंच चुके हैं। अब अटकलें लगने लगी हैं कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
संपत्तियों पर बात करें तो 75 साल के सिद्धारमैया के चुनावी हलफनामे के अनुसार, उनके पास 51 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति है और 23 करोड़ रुपये की देनदारियां हैं। हलफनामे के अनुसार, सिद्धारमैया और उनकी पत्नी पार्वती की कुल चल संपत्ति 20.84 करोड़ रुपये है जबकि हिंदू अविभाजित परिवार के तहत 47.31 लाख रुपये चल संपत्ति है।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने के लिए वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। तीनों पर्यवेक्षकों ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से अलग-अलग बात कर उनकी राय जानी थी। तीनों पर्यवेक्षक सोमवार शाम खड़गे के आवास पर पहुंचे और फिर लंबी बैठक हुई थी।