राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। सचिन पायलट अजमेर से जयपुर की यात्रा पर निकले हैं। पायलट की यात्रा और सीएम अशोक गहलोत, कांग्रेस नेताओं के साथ छिड़ी जुबानी जंग के बीच उनके समर्थक विधायकों पर एक्शन भी शुरू हो गया है।
पायलट गुट के विधायक वेदप्रकाश सोलंकी के खिलाफ जमीन धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। इसे लेकर विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने सीधे-सीधे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोल दिया है। सोलंकी ने गहलोत पर साजिश का आरोप लगाते हुए कहा है कि वे पहले गांधीवादी थे लेकिन समय के चक्र ने उन्हें अब बदल कर रख दिया है।
वेदप्रकाश सोलंकी ने आगे कहा कि ऐसी छोटी-छोटी हरकतों से कांग्रेस पार्टी कमजोर ही होगी। सोलंकी ने साथ ही ये भी कहा कि मेरे खिलाफ इस तरह के 10 मामले दर्ज होंगे तब भी सचिन पायलट का साथ नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ऐसे मुकदमे दर्ज कराकर हमें डराने की कोशिश कर रही है लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।
चाकसू विधानसभा सीट से विधायक सोलंकी ने कहा कि जब पायलट की यात्रा शुरू हुई, तभी से इस तरह की कार्रवाई का अनुमान था। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का अंदाजा था कि ऐसी कोई न कोई साजिश जरूर की जाएगी जिससे यात्रा सफल न हो।
उन्होंने दावा किया कि जमीन की रजिस्ट्री मेरे नाम से है और मैंने नितेश अग्रवाल के जरिए जमीन खरीदी है। वेदप्रकाश सोलंकी ने ये भी कहा कि 30 लाख रुपये का चेक महिला को दिया गया है जिसने उसे बैंक में लगाया ही नहीं तो उसमें मेरी क्या गलती। उन्होंने इसके पीछे बड़ी साजिश की आशंका जताई और कहा कि बड़ी एजेंसियों से जांच करा ली जाए, दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए।
वेद प्रकाश सोलंकी ने तल्ख लहजे में कहा कि ये लोग बदनाम करा सकते हैं, उससे ज्यादा कुछ नहीं. इसके पीछे कौन है, किसके इशारों पर ये सब हो रहा है, इसकी जांच होनी चाहिए। सोलंकी ने कहा कि ये सब सचिन पायलट और उनके समर्थकों को बदनाम करने की साजिश के तहत किया जा रहा है।
उन्होंने इस तरह के मामले दर्ज किए जाने की भी जांच कराए जाने की मांग की और कहा कि वो हमें कितना भी निशाने पर ले लें, उनका निशाना सिर्फ सचिन पायलट ही रहेंगे। विक्रम सोलंकी ने दोहराया कि हम सचिन पायलट के साथ थे और हमेशा रहेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज करते हुए कहा कि अगर कोई केस बनाना भी है तो मजबूत तथ्यों के साथ बनाओ। सीएम से ऐसी उम्मीद नहीं थी कि वे इस तरह के काम भी करवा सकते हैं।