कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के चार दिन बाद भी कांग्रेस मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं कर पाई है और इसी बीच जी. परमेश्वर के समर्थक भी मुख्यमंत्री पद के लिए तीसरा मोर्चा खोलने में लगे हैं।
बीते मंगलवार को भी पूरे दिन पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन होता रहा। सीएम पद के दावेदार सिद्धारमैया और डी.के. शिवकुमार दोनों ही दिल्ली में हैं। इन दोनों के बीच जी परमेश्वर के समर्थकों ने भी उन्हें सीएम बनाने की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया है।
कर्नाटक के पूर्व डिप्टी सीएम जी परमेश्वर ने कहा कि मुझे पार्टी आलाकमान पर विश्वास है।मेरे कुछ निश्चित सिद्धांत है। मैं करीब 50 विधायकों को साथ ले सकता हूं और शोरगुल कर सकता हूं। लेकिन मेरे लिए पार्टी का अनुशासन महत्वपूर्ण है।अगर मेरे जैसे लोग चीजों का अनुसरण नहीं करते हैं तो पार्टी में कोई अनुशासन नहीं रहेगा।मैंने कहा है कि अगर आलाकमान मुझे सीएम पद की जिम्मेदारी देता है तो मैं इसे लूंगा। मैंने यह नहीं कहा है कि मैं इसे नहीं लूंगा।
परमेश्वर ने कहा कहा, ‘‘अगर आलाकमान फैसला करता है और मुझसे सरकार चलाने के लिए कहता है तो मैं जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे आलाकमान भी अवगत हैं कि मैंने पार्टी के लिए काम किया है और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद के रूप में आठ साल पार्टी की सेवा की और 2013 में इसे सत्ता में लाया। मैंने उप मुख्यमंत्री के रूप में भी सेवा की है। वे सबकुछ जानते हैं। इसलिए मुझे लगता है कि पद के लिए कहने या लामबंदी करने की कोई जरूरत नहीं है।