प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन की उद्घाटन करने जा रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पिछले दिनों पीएम मोदी से मुलाकात कर उन्हें उद्घाटन के लिए दावत दी थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस मुद्दे पर अलग राये रखते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को नए संसद भवन का उद्घाटन नहीं करना चाहिए।
इससे पहले विपक्ष के नेताओं ने विनायक दामोदर सावरकर की जयंती पर नए संसद भवन का उद्घाटन करने के फैसले को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस ने जहां इसे राष्ट्र निर्माताओं का अपमान करार दिया। वहीं, कुछ विपक्षी नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी संसद के नए भवन का उद्घाटन क्यों करेंगे।”
इसके अलावा ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी इस सिलसिले अपनी बात रख चुके हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,”प्रधानमंत्री को संसद का उद्घाटन क्यों करना चाहिए? वह कार्यपालिका का प्रमुख होता है, विधायिका का नहीं। हमारे पास शक्तियों और माननीयों का पृथक्करण है।” उन्होंने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा स्पीकर उद्घाटन कर सकते हैं। यह जनता के पैसे से बनाया गया है, पीएम ऐसा व्यवहार क्यों कर रहे हैं जैसे उनके “दोस्तों” ने इसे अपने निजी फंड से प्रायोजित किया है?
बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को नए संसद भवन के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। इस कार्य के लिए संसद के दोनों सदनों, राज्यसभा और लोकसभा ने 5 अगस्त 2019 को आग्रह किया था। करीब 1200 करोड़ रुपये की लागत से बने चार मंजिला संसद भवन में लोकसभा के 888 और राज्यसभा के 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी। नए संसद भवन में सदस्यों के लिए लाउंज, पुस्तकालय, समिति कक्ष के साथ ही पार्किंग के लिए भी पर्याप्त जगह होगी।