Voice Of The People

शिक्षक ने सिद्धारमैया की आलोचना की, सरकार ने निलंबित कर दिए जांच के आदेश

कर्नाटक में एक राज्य सरकारी प्राथमिक विद्यालय के एक शिक्षक को रविवार को उनके फेसबुक पोस्ट के कारण निलंबित कर दिया गया था, क्योंकि उसने सीएम सिद्धारमैया के नीतियों की आलोचना की थी। शिक्षक ने टिप्पणी की थी कि बाद में इतने सारे मुफ्त देने का वादा कर सकते हैं क्योंकि जब वो(सिद्धारमैया) सरकार में होते हैं तो कर्ज हमेशा बढ़ जाता है।

चित्रदुर्ग जिले के होसदुर्ग तलूक शान्तमूर्ति ने लिखा कि पूर्व मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा के कार्यकाल में कर्ज 3,590 करोड़ रुपये थे, धरम सिंह के समय 15,635 करोड़ रुपये, एच डी कुमारस्वामी के समय 3,545 करोड़ कर्ज थे, 25,653 करोड़ बीएस येदुरप्पा के कार्यकाल में था। वहीं सदानंद गौड़ा औऱ जगदीशपुर शेट्टार के कार्यकाल में क्रमशः 9,464 करोड़ और 13,464 करोड़ रुपये थे। वहीं सिद्धारमैया के समय यह कर्ज 2,42,000 करोड़(sic) थे।

शिक्षक ने आगे कहा कि कृष्णा और शेट्टार के समय लोन के रूप में खर्च की गई रकम 71,331 करोड़ थी वहीं सिद्धरमैया के कार्यकाल में यह रकम 2,42,000 करोड़ के आंकड़े पर जाता है। आगे फ़ेसबुक पोस्ट में सशिक्षक ने लिखा कि इसलिए उनके लिए मुफ्त की घोषणा करना आसान है।

चित्रदुर्गा सार्वजनिक निर्देश के उपनिदेशक के रविशंकर रेड्डी ने कहा कि शिक्षक के निलंबन का आदेश जारी किया गया है क्योंकि उन्होंने चित्रदुर्ग ने कहा कि उन्होंने शिक्षक के निलंबन का आदेश दिया है “क्योंकि उन्होंने कर्नाटक सिविल सेवा (आचरण) नियम – 1966 का उल्लंघन किया है। इसके लिए एक विभागीय जांच भी कराई जाएगी।

सिद्धारमैया कैबिनेट शनिवार को शपथ ग्रहण के बाद अपनी पहली बैठक में कांग्रेस के पांच बड़े चुनावी वादों को लागू करने पर सहमत हो गया, जिससे राज्य के खजाने को सालाना 50,000 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। इसी के आधार पर फ़ेसबुक पोस्ट किया गया था।

SHARE

Must Read

Latest