2000 रुपये का नोट बदलने को लेकर आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास की ओर से कहा गया कि हमने प्रेस नोट में यह स्पष्ट रूप से बताया है कि 2000 के नोट नोटबंदी के समय 2016 में 1000 और 500 रुपये को नोट की करेंसी वैल्यू को जल्द रिप्लेस करने के लिए लाए गए थे। आगे आरबीआई गर्वनर ने कहा कि नोटों को बदलने की जल्दबाजी न करें।
आरबीआई की ओर से 2,000 रुपये के नोट बदलने को एक लेकर एक नोटिस जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि 2000 के नोट एक्सचेंज करने की सुविधा सामान्य रहेगी। साथ ही आरबीआई द्वारा बैंकों को निर्देश दिए गए बैंक गर्मियों को ध्यान में रखते हुए वेटिंग एरिया और पीने के पानी का भी उचित प्रबंध किया जाए।
गवर्नर ने कहा चार महीने का समय दिया गया है और लोग आराम से नोट बदल सकते हैं। आप आराम से नोट बदलें। 4 महीने का समय है इस मामले को गंभीरता से लें। नोट बदलने के लिए काफी समय है। पुराने नोट बदलने के लिए लगाई पाबंदी को आप किसी तरह की दिक्कत ना मानें। आरबीआई गवर्नर ने ये भी कहा कि भारत का करेंसी मैनेजमेंट सिस्टम काफी मजबूत है। 500 रुपये के और नोट लाए जाने का फैसला जनता की मांग पर निर्भर करेगा।
गवर्नर ने कहा कि कहा कि हमें उम्मीद है कि 30 सितंबर तक 2000 के वापस लिए जा चुके ज्यादातर नोट बैंकों के पास आ जाएंगे। 2000 के नोट बाहर किए जाने का काफी कम प्रभाव होगा, क्योंकि ये कुल करेंसी सर्कुलेशन का 10.8 प्रतिशत है।