प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी के 9 साल पूरे हो चुके हैं, और इन 9 सालों में प्रधानसेवक के रूप में पीएम मोदी ने देश के हर वर्ग के लिए सामान रूप से काम किया है. खासकर गरीब तबके और मध्यम वर्ग के लिए पीएम मोदी ने अपने 9 साल के कार्यकाल में तमाम ऐसे महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं जिससे उनके जीवन पर डायरेक्ट असर पड़ता है. आइये आपको बताते हैं की अपने 9 साल कार्यकाल में पीएम मोदी ने भारत के मध्यम वर्ग के जीवन को कैसे बेहतर बनाने की कोशिश की है…
मध्यम वर्ग को टैक्स की नो टेंशन
मोदी सरकार ने मध्यम वर्ग के लिए टैक्स की ई-फाइलिंग प्रक्रिया को बेहद आसान कर दिया है, ई-फाइलिंग अब सामान्य प्रक्रिया बन चुकी है, रिफंड कुछ ही दिनों में मिल जाता है, और टैक्स की दरों में भी कमी की गई है।
विश्वास वाली सरकार
मोदी सरकार ने परस्पर विश्वास का माहौल बनाया है, अब अब SELF-ATTESTATION जैसे कदम इस बात का प्रमाण हैं की सरकार को अपने नागरिकों पर भरोसा है। इसका नतीजा ये है कि इनकम टैक्स रिटर्न की संख्या साल 2013-14 के 3.91 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 7.60 करोड़ तक पहुंच गई है। इससे पता चलता है की जनता सरकार पर भरोसा करती है।
सबकी पहुंच में घर
घर किसी भी परिवार के लिए एक बेसिक जरूरत होती है, मध्यम वर्ग के लिए 2017 से 2023 तक CLLS ने मध्यम वर्गीय आय समूह के लिए आवास ऋण के ब्याज दरों में कमी की जिससे 6 लाख मध्यम वर्गीय परिवारों को घर लेने में मदद मिली। साथ ही रेरा ने समय पर घरों की डिलिवरी सुनिश्चित की ताकि घर खरीदने वालों का पैसा न फंसे।
शहरों के बीच संपर्क बढ़ा
मध्यम वर्ग के लिए एक और सबसे जरूरी चीज है यात्रा का साधन, खासकर इंटरसिटी कनेक्टिविटी। मेट्रो रेल के विस्तार से शहरों में रहने वालों की यात्रा और सुविधाजनक हुई है।
उड़ान योजना से सस्ती हवाई यात्रा, टियर 2 और टियर 3 के कई शहर इससे कनेक्ट हुए। साथ ही कर लोन पर ब्याज की दर में कमी हुई, 2011 में जो 11% थी वो अब घटकर 9% हो गई है।
इसके अलावा भी सरकार के कई ऐसे काम है जिनसे सीधे तौर पर मध्यम वर्गीय परिवारों को मदद मिली है, जैसे घर से बाहर खाना खाने पर जीएसटी मात्र 5% जो पहले 20% टैक्स था।
माता पिता के लिए जन औषधि केंद्र से सस्ती दवाएं, को बाजार भाव से 50% कम दाम में उपलब्ध हो रही हैं। उजाला एलईडी लाइट से बिजली के बिल में भारी बचत हो रही है।