पटना में 12 जून को सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में विपक्षी एकता की बैठक होने वाली है। जदयू नेता मंजीत सिंह ने इस बारे में जानकारी दी है, वहीं सूत्रों का कहना है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इस बैठक में शामिल हो सकती हैं। विपक्षी को एक करने की तमन्ना सीएम नीतीश को अब तक दिल्ली, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और कर्नाटक तक ले गई है।
इस बैठक में करीब 18 से 20 पार्टियों के नेता शामिल हो सकते हैं। बैठक में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति, सीटों के बंटवारे, साझा मैनिफेस्टो समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, वाम दलों के नेता सीताराम येचुरी, डी राजा, शिवसेना (उद्धव गुट) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल, महबूबा मुफ्ती, एनसी प्रमुख फारुख अब्दुल्ला, झारखंड सीएम हेमंत सोरेन, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जनता दल सेक्युलर के नेता कुमारस्वामी समेत विपक्ष के कई प्रमुख नेता बैठक में शामिल हो सकते हैं।
बताते चलें कि बीते रविवार को जदयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित जदयू के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह संकेत दिए कि 12 जून को विपक्षी एकता की बैठक होगी।
वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने बुधवार को कहा कि उन्होंने 12 जून को पटना में प्रमुख विपक्षी दलों की बैठक स्थगित करने की मांग की है, क्योंकि वह इसमें भाग लेना चाहते हैं, उन्होंने बैठक कि तारीख बदलने की मांग कि है।