ओडिशा के बालासोर जिले में ट्रेन दुर्घटना स्थल पर शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के बीच कहासुनी हो गई।
मीडिया से बातचीत के दौरान ममता ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 500 से अधिक हो सकती है। इस पर उनके साथ खड़े वैशा ने तुरंत हस्तक्षेप किया और कहा कि ओडिशा सरकार के आंकड़ों के अनुसार मरने वालों की संख्या 238 है।
रेल मंत्री के जवाब के जवाब में, पश्चिम बंगाल के सीएम ने यह दावा करते हुए आंकड़ा दोहराया कि 238 शुक्रवार रात का टोल था। उन्होंने कहा कि तीन डिब्बों में बचाव कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है, इसलिए मरने वालों की संख्या और बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि एक्सप्रेस ट्रेनों में एंटी-टक्कर फिट नहीं किया गया था, जिसके कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ट्रेन त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 261 हो गई है, जबकि 900 से अधिक घायल हुए हैं।
घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक, सोरो और कटक एससीबी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वहीं,ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम हुई ट्रेन दुर्घटना के बाद फंसे 250 यात्रियों को लेकर एक विशेष ट्रेन शनिवार सुबह भद्रक से चेन्नई के लिए रवाना हुई और रविवार को चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचेगी।