ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए ट्रेन हादसे ने पूरे देश हिलाकर रख दिया। इस हादसे में मारे गए लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। रेल अधिकारियों ने बताया कि शनिवार दोपहर 2 बजे तक हादसे के कारण जान गंवाने वालों संख्या बढ़कर 288 हो गई है। जबकि 803 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इनमें 56 यात्रियों की हालत गंभीर है। उन्होंने कहा कि मृतकों का संख्या और बढ़ सकती है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हादसे का जायज लेने बालासोर पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में पीड़ितों का हालचाल जाना और उनसे बातचीत की।
पीड़ितों से मिलने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह एक दर्दनाक हादसा है। मैं इस दुख की घड़ी में घटनास्थल पर जाकर देखकर आया हूं। अस्पताल में जो घायल नागिरक थे, उनसे मैंने बात की है। मेरे पास इस वेदना को प्रकट करने के लिए शब्द नहीं है, लेकिन परमात्मा हम सबको शक्ति दे कि जल्द से जल्द हम इस दुख की घड़ी से निकलें। मैं ओडिशा सरकार और यहां के प्रशासन के सभी अधिकारियों का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने इस तरह की परिस्थिति में उनके पास जो भी संसाधन थे, लोगों की मदद करने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो परिजन हमने खोए हैं, वो तो वापस नहीं लौट पाएंगे, लेकिन सरकार उनके परिजनों के दुख में उनके साथ है। सरकार के लिए यह घटना अत्यंत गंभीर है। हर प्रकार की जांच के निर्देश दिए गए हैं। यह घटना अत्यंत गंभीर है। जो भी दोषी पाए जाएंगे उनको सख्त से सख्त सजा दी जाएगी, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि पीएम मोदी ने बालासोर जिले के बाहानगा में रेल दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया और राहत कार्यों का जायजा लिया। प्रधानमंत्री के साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी थे। प्रधानमंत्री को दोनों केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ आपदा प्रबंधन टीम के अधिकारियों द्वारा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई। बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से दर्दनाक हादसा हो गया था। यह देश का सबसे भीषण हादसे में से एक है।
प्रधानमंत्री ने घटनास्थल से कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री से बात की। अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनसे यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि घायलों और उनके परिवारों को हरसंभव मदद मुहैया कराई जाए। मोदी ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि शोक संतप्त परिवारों को किसी तरह की असुविधा ना हो और प्रभावितों को आवश्यक सहायता मिलती रहे। प्रधानमंत्री ने दुर्घटना के बाद इस मार्ग पर ट्रेन सेवाओं को बहाल करने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली। बाहानगा बाजार में दुर्घटनास्थल पर पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री ने ट्रेन हादसे पर नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी।