महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हुई हिंसा के बाद पुलिस का एक्शन जारी है तो वहीं राजनीति भी तेज हो चली है। पुलिस ने कुल 36 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनमें से दो नाबालिग हैं। घटना को लेकर किसी तरह की अफवाह ने फैले इसके लिए प्रशासन ने क्षेत्र में इंटरनेट बंद कर दिया है। साथ ही धारा 144 लागू कर दी है।
कोल्हापुर के एसपी महेंद्र पंडित ने बताया कि कल दोपहर से कोल्हापुर शहर और जिले की स्थिति सामान्य हो गई है। चार SRPF कंपनी, 300 पुलिस कांस्टेबल और 60 अधिकारी क्षेत्र में तैनात किए गए हैं। शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने कहा, ‘कोल्हापुर की स्थिति अब नियंत्रण में है। कोल्हापुर की जनता इसमें शामिल नहीं थी। मुझे जानकारी है कि स्थिति खराब करने के लिए कोल्हापुर के बाहर से लोग लाए गए थे।
राउत ने कहा कि राज्य के गृह मंत्री से मेरी अपील है कि अगर आपके पास इंटेलिजेंस नहीं है तो आप हमसे जानकारी ले लीजिए…आप हिंदुत्व की बात करते हैं तो क्या आपका हिंदुत्व इतना कमजोर है कि किसी शहर में किसी का फोटो कार्यक्रम में उछाल दिया तो आपका हिंदुत्व खतरे में आ गया।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और कोल्हापुर से कांग्रेस एमएलसी सतेज पाटिल ने एक हफ्ते पहले शहर में सांप्रदायिक हिंसा की संभावना के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीने से कोल्हापुर सांप्रदायिक मुद्दों का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे अपने कार्यकर्ताओं से इस तरह की जानकारी मिली थी। जिसको लेकर मैंने चिंता व्यक्त की थी।
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में मंगलवार (6 जून, 2023) को कुछ युवकों ने सोशल मीडिया पर औरंगजेब के समर्थन में पोस्ट शेयर की। दूसरे दिन कुछ स्थानीय लोगों ने टीपू सुल्तान की तस्वीर के साथ कथित तौर पर आपत्तिजनक ऑडियो संदेश को सोशल मीडिया स्टेटस में लगाया था। इसके बाद आस-पास के इलाकों के राजनीतिक और सामाजिक संगठन बुधवार को प्रदर्शन करने के लिए उतर आए। प्रोटेस्ट के दौरान किसी ने भीड़ पर पथराव कर दिया। इस पथराव के बाद स्थिति बिगड़ गई और इलाके में हिंसा फैल गई।