प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) अमेरिकी दौरे (American tour) के लिए मंगलवार यानी आज रवाना हो गए। उनके इस दौरे को लेकर अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के लोगों में काफी खुशी और उत्साह है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के नामी अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ (WSJ) को इंटरव्यू दिया है। राजकीय दौरे की शुरुआत से पहले इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता जरूरी है। पीएम ने कहा कि भारत संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान में विश्वास रखता है। मोदी ने WSJ से कहा कि ‘भारत किसी भी मतभेद और विवाद के कानूनी और शांतिपूर्ण हल का पक्षधर है लेकिन अपनी संप्रभुता और मान-सम्मान की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार और समर्पित भी है।’ पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के नेताओं में एक-दूसरे के प्रति अभूतपूर्व विश्वास पैदा हुआ है। भारत एक बड़ी और महती भूमिका निभाने की योग्यता रखता है। उन्होंने कहा कि ‘हम भारत को किसी अन्य देश के पिछलग्गू के रूप में नहीं देखते। हम भारत को दुनिया में उसकी सही जगह पाते देख रहे हैं।’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत का समय आ गया है। मैं स्वतंत्र भारत में जन्म लेने वाला पहला प्रधानमंत्री हूं। मेरी विचार प्रक्रिया, मेरा आचरण, मैं जो कहता और करता हूं, वह मेरे देश की विशेषताओं और परंपराओं से प्रेरित और प्रभावित है। मुझे इससे अपनी ताकत मिलती है। मैं अपने देश को दुनिया के सामने वैसा ही पेश करता हूं जैसा मेरा देश है और खुद को उसी तरह, जैसा मैं हूं।
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर किए सवाल पर पीएम ने कहा कि सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून और देशों की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए। विवादों को “कूटनीति और संवाद” से सुलझाया जाना चाहिए, न कि युद्ध से, कुछ लोग कहते हैं कि हम तटस्थ हैं। लेकिन हम तटस्थ नहीं हैं। हम शांति के पक्ष में हैं।