अमेरिका की संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पहुंचते ही मोदी-मोदी के नारे गूंजने लगे। यह दूसरा अवसर था जब प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इससे पहले पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद संयुक्त बयान जारी किया।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने स्पीकर केविन मैकार्थी से बोले- मैं धैर्य, अनुनय और नीति की लड़ाई से संबंधित हो सकता हूं। मैं विचारों और विचारधारा की बहस को समझ सकता हूं। लेकिन मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि आप दो महान लोकतंत्रों – भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए हैं।
अमेरिका की स्थापना एक समान दृष्टिकोण वाले लोगों से प्रेरित थी। अपने पूरे इतिहास में, आप दुनियाभर के लोगों को गले लगाते हैं और आपने उन्हें अमेरिकी सपने में समान भागीदार बनाया है। यहां लाखों लोग हैं जिनकी जड़ें भारत में हैं, उनमें से कुछ इस कक्ष में गर्व से बैठे हैं और एक मेरे पीछे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पीकर के साथ बैठीं उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की तरफ इशारा किया तो सदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने सीमा पार आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 9/11 हमले और मुंबई में 26/11 हमले के एक दशक से अधिक समय के बाद भी अभी तक कट्टरवाद और आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर ख़तरा बना हुआ है। ये विचारधाराएं नई पहचान और नया रूप लेती रहती हैं लेकिन इनके इरादे वही हैं। आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इससे निपटने में कोई किंतु-परंतु नहीं हो सकता। हमें आतंक को प्रायोजित और निर्यात करने वाली ऐसी सभी ताकतों पर काबू पाना होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय विमानन कंपनियों की तरफ से बड़ी संख्या में विमानों के ऑर्डर दिए जाने की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि विमान का एक ऑर्डर अमेरिका के 44 राज्यों में दस लाख से अधिक रोजगार पैदा करता है। जब कोई अमेरिकी फोन निर्माता भारत में निवेश करते हैं तो यह दोनों देशों में रोजगार और अवसरों का एक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र बनाता है।
जब भारत और अमेरिका अर्धचालकों और महत्वपूर्ण खनिजों पर एक साथ काम करते हैं तो इससे दुनिया को आपूर्ति श्रृंखलाओं को अधिक विविध और विश्वसनीय बनाने में मदद मिलती है। एक सदी तक हम रक्षा सहयोग से हम दूर रहे, अब संयुक्त राज्य अमेरिका हमारा सबसे महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार बन गया है।
पीएम ने कहा कि जब भारत विकास करता है तो न केवल देशवासियों का इससे फायदा होता है, बल्कि पूरे विश्व का इससे विकास होता है। अगले कुछ सालों में ही भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
पीएम ने कहा कि हमारा दृष्टिकोण ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ है… हम बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हमने 15 करोड़ से अधिक लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए लगभग 4 करोड़ घर दिए हैं, जो ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या का लगभग 6 गुना है। हम एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम चलाते हैं जो लगभग 50 करोड़ लोगों के लिए निःशुल्क चिकित्सा उपचार सुनिश्चित करता है।
भारत में महिलाएं बेहतर भविष्य का नेतृत्व कर रही हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा महिला पायलट भारत से हैं। ये मंगल मिशन का भी नेतृत्व कर चुकी हैं। किसी बेटी के भविष्य में निवेश करने से पूरे राष्ट्र की तस्वीर बदल सकती है। भारत पुराना राष्ट्र जरूर है और अपनी परंपराओं के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां की युवा आबादी कई मामलों में आगे है।