संघीय वित्त पोषित कार्यक्रमों की जांच करने वाली रिपोर्ट फेडरल वाचडॉग ने आशंका जताई है कि, अमेरिका में कोरोना राहत प्रोग्राम के दौरान 200 अरब डॉलर की चोरी हुई है।
महानिरीक्षक कार्यालय ने अपनी ताजा रिपोर्ट में बताया है कि कोविड महामारी के दौरान सरकार ने छोटे कारोबारियों को मदद पहुंचाने के लिए बड़ी संख्या में कर्ज मुहैया कराया था। इसमें से करीब 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज फर्जी तरीके से उठाया गया है. महामारी के दौरान स्मॉल बिजनेस एडमिनिस्ट्रेश (SBA) ने 12 खरब डॉलर के लोन बांटे थे। इसका 17 फीसदी यानी करीब 200 अरब डॉलर फर्जीवाड़ा करने वालों ने उड़ा लिया।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि सभी COVID- EIDL और पेचेक प्रोटेक्शन प्रोग्राम (PPA) फंड का कम से कम 17% संभावित धोखाधड़ी वाले लोगो को दिया गया है। महामारी के दौरान, एसबीए ने लगभग 1.2 ट्रिलियन डॉलर का EIDL और PPA फंड वितरित किया, जिसकी जनवरी 2021 में सत्ता में आने के बाद से राष्ट्रपति जो बिडेन ने देखरेख की थी। महानिरीक्षक का अनुमान है कि EIDL कार्यक्रम में 136 बिलियन डॉलर से अधिक धोखाधड़ी का अनुमान है और पे-चेक प्रोटेक्शन में 64 बिलियन डॉलर के धोखाधड़ी का अनुमान हैं।
वहीं, SBA की वरिष्ठ अधिकारी बैले डीव्रीज ने महानिरीक्षक की रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि रिपोर्ट में बताई गई फ्रॉड की राशि ओवर एस्टीमेटेड है। ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने शुरुआत में तो कुछ महीने तक अंधाधुंध लोन बांटा, लेकिन बाद में इसे कंट्रोल कर लिया। उन्होंने कहा कि महानिरीक्षक की रिपोर्ट में EIDL प्रोग्राम के तहत 34 फीसदी फ्रॉड की दर तर्कसंगत नहीं है। यह SBA के मौजूदा रीपेमेंट डाटा से भी मेल नहीं खाता है।