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फिल्म आदिपुरुष पर प्रतिबंध लगाने को लेकर हाईकोर्ट की सुनवाई के बीच सुप्रीम कोर्ट में दायर हुई याचिका

फिल्म आदिपुरुष के रिलीज होने के साथ ही विवाद शुरू हो गया था जो अब थामने का नाम नहीं ले रहा है। अब फिल्म के बैन को लेकर मामला कोर्ट तक जा चुका हैं। इलाहबाद हाई कोर्ट ने राइटर मनोज मुंतशिर शुक्ला को आपत्तिजनक डायलॉग्स और फिल्म मेकर को विवादित सीन्स के लिए नोटिस भेजा है। वहीं अभी फिल्म पर बैन लगाने की मांग को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका हैं।

याचिका में फिल्म के कुछ संवादों पर भी कड़ी आपत्ति जताई गई है और कहा गया है कि केवल ‘गली बॉयज’ ही ऐसी ‘अपमानजनक’ भाषा का इस्तेमाल करते हैं। इसमें कहा गया है, “इसके अलावा, हिंदू देवताओं – राम और हनुमान – की भौतिक विशेषताओं और संचार शैलियों का चित्रण न केवल पात्रों का बल्कि उन मूलभूत मूल्यों का भी पूर्ण विरूपण है जिनके लिए उनकी पूजा की जाती है।”

आरोप लगाया गया कि सीता का चित्रण “अनुचित और अश्लील” है। याचिकाकर्ता ने दलील दी है कि ‘आदिपुरुष’ वाल्मिकी रामायण का उपहास है, जिसे निजी व्यावसायिक लाभ के लिए बढ़ावा दिया गया है। फिल्म की पूरी कहानी ने पात्रों के मूल मूल्यों, उनकी भाषा और प्रत्येक प्रामाणिक घटना के हर पहलू को नष्ट और संशोधित कर दिया है।”

आपको बता दें कि रामायण पर आधारित फिल्म ‘आदिपुरुष’ अपने संवादों, भाषा और किरदारों के चित्रण को लेकर निशाने पर आ गयी है। सबसे ज्यादा विवाद फिल्म के डायलॉग को लेकर हो रहा है, जिस पर कई संगठनों के द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई है। रिलीज के पहले दिन से ही फिल्म को लेकर विवाद हो गया था। फिल्म में कई ऐसे डायलॉग है जो हिन्दू धर्म के इतिहास और फिल्म के किरदारों का सही से चित्रण नहीं करते। सोशल मीडिया पर भी इस फिल्म का काफी आलोचना का शिकार होना पड़ा है।

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