मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार किया है। शुक्रवार सुबह से ही कयास लग रहे थे कि वह राज्यपाल अनुसूइया उइके से मिलकर पद छोड़ सकते हैं। लेकिन अब उनका बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मैं अपने पद से इस्तीफा नहीं दूंगा। राज्य में बीते करीब दो महीनों से जारी हिंसा पर लगाम कसने में असफल रहने के चलते वह निशाने पर हैं।
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह आज इस्तीफा देने ही जा रहे थे, लेकिन जनता के दबाव में उन्होंने अपना मन बदल लिया। मंत्री ने बताया कि बीरेन सिंह गवर्नर हाउस के लिए निकले, लेकिन इंफाल स्थित उनके आवास के बाहर समर्थन के लिए हुए भारी प्रदर्शन के बाद वे वापस लौट आए। सैकड़ों महिलाएं बीरेन सिंह के आवास के पास इकट्ठी हुईं और मानव श्रृंखला बनाई। प्रदर्शन कर रही महिलाएं नहीं चाहती थीं कि वे इस्तीफा दें। उनके त्याग पत्र की प्रति तब फाड़ दी गई, जब दो मंत्री इसे लेकर उनके आवास से बाहर आए।
मणिपुर में हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी के बारे में पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि वह यहां आकर राजनीतिक मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, “मैं यहां कोई राजनीतिक टिप्पणी करने नहीं आया हूं… मैं यहां इन मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करूंगा… मैं केवल यही चाहता हूं कि यहां जल्द से जल्द शांति लौटे…।” राहुल गांधी ने कहा कि जब वह मणिपुर में हिंसा से प्रभावित लोगों से मिले, तो उनका दिल टूट गया।