इलेक्शंस की बात प्रदीप भंडारी के साथ के नए एपिसोड में जन की बात के संस्थापक और सीईओ प्रदीप भंडारी ने दिल्ली में रह रहे पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों से बातचीत की। इस दौरान प्रदीप भंडारी ने पाकिस्तानी हिंदुओं के लिए काम कर रहे किरन जो की संस्थापक हैं शरणार्थी सहायता परियोजना के, उनसे बातचीत की। किरन ने जन की बात से बात करते हुए बताया की 7 सालों से पाकिस्तान से आए हिंदू यहां रह रहे हैं, और शुरुवात में कुछ लोग यहां आए थे उसके बाद धीरे धीरे पाकिस्तान में रह रहे इनके परिवार वाले भी हिंदुस्तान आ गए।
फिलहाल कानून के हिसाब से इनका यहां रहना गैरकानूनी है जिस वजह से हम ज्यादा काम नहीं कर पा रहे है लेकिन जितना हो सकता है हम कर रहे हैं। मैं यहां पिछले तीन सालों से कम कर रहा हूं इस से पहले मेरे भाई ने यह काम शुरू किया था। हम पूरे भारत में शरणार्थियों के लिए काम करते है, पूरे देश में अभी तक हमारे 90 कैंप है जहा पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदू रह रहे हैं।
प्रदीप भंडारी ने सवाल किया कि आपने इतने समय से यहां काम कर रहे हैं , आप लोगों ने क्या क्या सुविधाएं इन्हें प्रदान की है। किरन ने सवाल का जवाब देते हुए कहा की, कोर्ट में काफी लंबी लड़ाई लड़ने के बाद हमने यहां पर बिजली की व्यवस्था की है, उससे पहले सोलर पैनल की मदद से यहां पर बिजली थी। इस बार की दिवाली इन लोगो के लिए सबसे अच्छी थी क्योंकि उस समय तक यहां बिजली आ चुकी थी। पाकिस्तानी में 90% महिलाएं ऐसी है जो अपने गांव से कभी बाहर नहीं गई है और 72% ऐसी लड़कियां है जो कभी स्कूल तक नहीं गई।
वहा महिलाओं का ब्रेन वॉश किया जाता था ये बोल कर की आपके घर के मर्द इतने बेशर्म हैं, जो महिलाओं को घर से बाहर भेज रहे हैं काम करने के लिए इसलिए आपको धर्म परिवर्तन करना चाहिए ताकि हम आप लोगो की रक्षा कर सकें।