प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि आज भारत कर्तव्यों को पहली प्राथमिकता बनाकर आगे बढ़ रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि इसी का नतीजा है कि देश दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो चुका है और वह डिजिटल प्रौद्योगिकी और 5-G जैसे क्षेत्रों में बड़े-बड़े देशों का मुकाबला कर रहा है। यहां स्थित प्रशांति निलयम में नवनिर्मित साईं हीरा वैश्विक सम्मेलन केंद्र का वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उदघाटन करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि आजादी के अगले 25 साल कर्तव्यकाल होने जा रहे हैं क्योंकि देश अपने कर्तव्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। इसी के साथ आजादी के 100 साल के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते हुए, हमने अपने ‘अमृतकाल’ को ‘कर्तव्यकाल’ का नाम दिया है। आगे उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था पर भी बात की।
उन्होंने कहा, आजादी के 100 वर्ष के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते हुए, हमने हमारे ‘अमृतकाल’ को ‘कर्तव्य काल’ का नाम दिया है। हमारे कर्तव्यों में आध्यात्मिक मूल्यों का मार्गदर्शन भी है और भविष्य के संकल्प भी हैं। इसमें विकास भी है और विरासत भी है। मोदी ने कहा कि आज एक ओर देश में आध्यात्मिक केंद्रों का पुनरुद्धार हो रहा है तो साथ ही भारत अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी में भी लीड कर रहा है।
उन्होंने कहा, हमारी संस्कृति, हमारी विरासत, हमारा अतीत, हमारी धरोहर। इनके प्रति जिज्ञासा भी लगातार बढ़ती जा रही है। जिज्ञासा ही नहीं, बल्कि आस्था भी बढ़ रही है। उद्घाटन समारोह में दुनिया भर के प्रमुख गणमान्य व्यक्ति और श्रद्धालु उपस्थित थे। प्रशांति निलयम सत्य साईं बाबा का मुख्य आश्रम है। समाजसेवी रयुको हीरा द्वारा प्रदत्त यह केंद्र सांस्कृतिक आदान-प्रदान, आध्यात्मिकता और वैश्विक सद्भाव को बढ़ावा देने वाले दृष्टिकोण का एक प्रमाण है।