एनसीपी में खड़े हुए सियासी संकट के बीच दोनों खेमों ने बुधवार को अलग-अलग बैठक बुलाई। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने मुंबई के एमईटी बांद्रा में अपने गुट के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के बाद उन्हें संबोधित किया। इस बैठक में एनसीपी के 32 विधायक शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कई बड़े दावे करते हुए शरद पवार पर तंज भी कसा।
अजित पवार ने कहा कि 2004 में कांग्रेस से ज्यादा विधायक होने के बावजूद एनसीपी ने सीएम पद का मौका खो दिया। अगर हमने उस समय कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया होता तो अभी तक महाराष्ट्र में केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का ही मुख्यमंत्री होता। उन्होंने कहा कि हमेशा मुझे ही विलन बनाया जाता है।
अजित पवार ने आगे कहा कि 2019 के चुनाव के बाद एक बड़े उद्योगपति के घर पवार साहब, मैं और प्रफुल्ल पटेल बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस से मिले और सरकार बनाने की सब बात तय की और बाद में क्या हुआ, आप सब जानते हैं। डिप्टी सीएम ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि 2017 में भी शरद पवार बीजेपी के साथ सरकार बनाना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि शरद पवार ने मुझे, सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल को वर्षा बंगले पर देवेंद्र फडणवीस से सरकार बनाने को लेकर बातचीत के लिए भेजा था। वहां बीजेपी के कई नेता मौजूद थे। हमारे बीच कैबिनेट पोर्टफोलियो आवंटन और संरक्षक मंत्रियों के पदों पर चर्चा हुई, लेकिन बाद में हमारी पार्टी ने कदम पीछे खींच लिए।