आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य इंद्रेश कुमार ने बुधवार को समान नागरिक संहिता (UCC) के कार्यान्वयन पर जोर देते हुए इसे सभी के हित में बताया। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता के विरोध से ज्यादा लोग इसके पक्ष में हैं। यूसीसी लागू होने के बाद धार्मिक संस्कार और छुआछूत की प्रथा खत्म हो जाएगी।
इंद्रेश कुमार ने बताया समान नागरिक संहिता का मतलब है, मजहबी दंगों से मुक्ती। इसका मतलब है मजहब से मजहब की बुराई ना करना। इसका मतलब है दूसरे मजहब की इज्जत करना। इसका मतलब है मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना। इस कानून का मतलब है कि मजहब ही सिखाता है आपस में प्यार करना। इस कानून का मतलब है जातीय छुआछूत की समाप्ति। इसका मतलब है कि हम एक वतन, एक जन, एक नागरिक हैं। यह छुआछूत से मुक्ती का रास्ता है।
उन्होंने बताया यूसीसी लागू होने के बाद धार्मिक संस्कार और छुआछूत की प्रथा खत्म हो जाएगी। यूसीसी महिलाओं पर होने वाले अत्याचार को भी खत्म कर देगा। यूसीसी यह सुनिश्चित करेगा कि लोग स्वतंत्र रूप से अपने धर्म का पालन कर सकें। इसके लागू होने के बाद लोग एकजुट होंगे।
बताते चलें कि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम के दौरान यूनिफॉर्म सिविल कोड का जिक्र किया था। पीएम मोदी ने यूसीसी की वकालत करते हुए कहा कि इसका डर दिखा कर वोटबैंक की राजनीति की जाती है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लाओ।