डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आज 122वीं जयंती है। आज BJP शासित राज्यों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट किया कि महान राष्ट्रवादी चिंतक, शिक्षाविद् और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन। एक सशक्त भारतवर्ष के निर्माण के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनके आदर्श और सिद्धांत देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करते रहेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने अपने जीवन से सिखाया कि राष्ट्रहित से बढ़कर कुछ नहीं होता। चाहे कश्मीर हो या फिर बंगाल, डॉ. मुखर्जी ने देश की एकता और अखंडता के लिए जो विराट योगदान दिया, उसके हम सदैव ऋणी रहेंगे।उन्होंने कहा, मुखर्जी ने पहली औद्योगिक नीति की नींव रख भारत की प्रगति के मार्ग प्रशस्त किये। डॉ. मुखर्जी का राष्ट्र-समर्पण और दूरदर्शिता हमें सदैव मार्गदर्शन देगी। देश के ऐसे महान सपूत की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।
आपको बता दें कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी आजाद भारत में बनने वाली पहली सरकार में केंद्रीय मंत्री थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से मतभेद के कारण उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने वर्ष 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी जिसका विलय आगे चलकर आपातकाल के खिलाफ बनी विपक्षी दलों की एकता के मद्देनजर जनता पार्टी में किया गया।
आपको बता दें कि आगे जाकर यही 1980 में भारतीय जनता पार्टी बना। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने के विरोध में आंदोलन चलाते हुए यह नारा भी दिया था कि एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे। जम्मू कश्मीर में बिना परमिट के घुसने और आंदोलन करने के लिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और श्रीनगर की जेल में ही उस समय उनका निधन हो गया था जिस पर आज भी भाजपा सवाल उठाती है।