कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर गलत ट्वीट करने के कारण विवादों में हैं। विवाद की वजह दिग्विजय सिंह के द्वारा किया गया एक ट्वीट है जिसमें उन्होंने RSS के दूसरे सरसंघचालक गुरुजी गोलवलकर के बारे में टिप्पणी की है।
आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह ने किसी पुराने किताब का एक पोस्टर शेयर किया है जिसमें गुरुजी गोलवलकर का एक बयान छपा है। जिसमें वो कह रहे हैं कि मैं सारी जिंदगी अंग्रेजों की गुलामी करने के लिए तैयार हूं, लेकिन जो दलित, पिछड़ों और मुसलमानों को बराबरी का अधिकार देती हो ऐसी आज़ादी मुझे नहीं चाहिए।
इस पोस्टर को शेयर करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि गुरुजी गोलवलकर जी के दलितों पिछड़ों और मुसलमानों के लिए व राष्ट्रीय जल जंगल व ज़मीन पर अधिकार पर क्या विचार थे अवश्य जानिए।
दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट के बाद भाजपा और RSS लगातार दिग्विजय सिंह को फर्जी पोस्टर शेयर करने का आरोप लगाते हुए हमलावर है। आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अम्बेडकर ने दिग्विजय सिंह को जवाब देते हुए ट्वीट किया कि श्री गोळवलकर गुरूजी के संदर्भ में यह ट्वीट तथ्यहिन है तथा सामाजिक विद्वेष उत्पन्न करने वाला है।
आगे सुनील अम्बेडकर कहते हैं कि संघ की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से यह झूठा और फोटोशॉप किया हुआ चित्र लगाया है। श्री गुरूजी ने कभी भी ऐसे नहीं कहा। उनका पूरा जीवन सामाजिक भेदभाव को समाप्त करने में लगा रहा।