सुप्रीम कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय के डायरेक्टर संजय कुमार मिश्रा को तीसरा कार्यकाल विस्तार दिए जाने को अवैध ठहराया है। उनका विस्तारित सेवाकाल 31 जुलाई तक सीमित किए जाने के कुछ घंटे बाद गृह मंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया आई। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि प्रवर्तन निदेशालय का निदेशक कौन है। जो कोई भी इस पद पर होगा, वह विकास विरोधी मानसिकता रखने वाले परिवारवादियों के बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार पर नजर रखेगा, भ्रष्टाचार की सफाई जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि ईडी एक ऐसी संस्था है जो किसी एक व्यक्ति पर निर्भर नहीं है। वह मनी लॉन्ड्रिंग के अपराधों और विदेशी मुद्रा कानूनों के उल्लंघन की जांच करने के अपने मुख्य उद्देश्य पर आधारित है।
शाह ने ट्वीट में कहा कि ईडी मामले पर माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी मनाने वाले लोग विभिन्न कारणों से भ्रमित हैं। संसद द्वारा बनाए गए सीवीसी कानून को बरकरार रखा गया है। ईडी उन लोगों पर प्रहार करेगा जो भ्रष्ट हैं और कानून के गलत पक्ष पर कायम हैं। ईडी एक ऐसी संस्था है जो किसी एक व्यक्ति से ऊपर उठती है और मनी लॉन्ड्रिंग के अपराधों और विदेशी मुद्रा कानूनों के उल्लंघन की जांच करने के अपने मुख्य उद्देश्य को प्राप्त करने पर केंद्रित है।