बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाले में राहत नहीं मिली है। वहीं सीपीआई ने ममता बनर्जी को भतीजे को लेकर घेरा है।
बताते चलें कि पश्चिम बंगाल शिक्षा भर्ती घोटाले में आरोपी अभिषेक बनर्जी ईडी की पूछताछ में आनाकानी कर रहे थे। इसके साथ ही पेशी की तारीख पर बनर्जी ने यात्रा और पंचायत चुनाव के बिजी शेड्यूल का हवाला दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय की जांच पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है, जिसके बाद एक बार फिर टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
वहीं अभिषेक बनर्जी के ट्विट पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता स्वपन दासगुप्ता ने कहा है कि मुझे लगता है कि अभिषेक बनर्जी गलत लोगों को धन्यवाद दे रहे हैं। उन्हें राज्य चुनाव आयुक्त, राज्य पुलिस और प्रशासन को धन्यवाद देना चाहिए, जिन्होंने यह सुनिश्चित करने में अपना पूरा योगदान दिया कि टीएमसी इन पंचायत चुनावों में शानदार जीत हासिल कर सके। सबसे अच्छे, आधे अनियमित और सबसे खराब, पूरी तरह से अनियमित थे।
उन्होंने कहा मुझे लगता है कि अभिषेक बनर्जी वास्तव में जो उम्मीद करते हैं वह यह है कि 2024 का आम चुनाव चुनाव आयुक्त के साथ लड़ा जाएगा जो इस तरह से बेकार है। लेकिन सौभाग्य से चुनाव आयोग जो चुनाव कराएगा 2024 का चुनाव अलग है और उन्हें पंचायत चुनावों में जो कुछ हुआ उससे सबक लेना चाहिए ताकि वे अनियमितताओं, मनमानी और धांधली की सीमा को समझ सकें।
पश्चिम बंगाल चुनाव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा यह कोई चुनाव नहीं था, यह एक तमाशा था, यह एक हमला था लोकतंत्र पर। यह उन सभी चीजों का पूरी तरह से मजाक था जिसके लिए भारत खड़ा है और मुझे उम्मीद है कि इसे भारत के किसी भी हिस्से में, कम से कम पश्चिम बंगाल में किसी भी अन्य चुनाव में दोहराया नहीं जाएगा।