गुरुवार को बिहार बीजेपी की ओर से 10 लाख युवाओं को नौकरी देने के मुद्दे को लेकर पटना में विधानसभा मार्च का आयोजन हुआ। बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी के अगुवाई में इस मार्च का आयोजन हुआ। इस आयोजन में पार्टी के सांसद, विधायक और तमाम कार्यकर्ता शामिल हुए। यह मार्च गांधी मैदान से विधानसभा तक होना था।
लेकिन पहले से तैनात पुलिस कर्मियों ने डाकबंगला चौराहा के पास सभी को रोक लिया। पुलिस द्वारा रोकने के बावजूद जब सबने आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया। पुलिस ने कार्यकर्ताओं और नेताओं पर वाटर कैनन का भी प्रयोग किया।
पुलिस के लाठीचार्ज के दौरान बीजेपी कार्यकर्ता विजय कुमार सिंह की मौत हो गई। विजय कुमार सिंह जहानाबाद के जिला महामंत्री थे। लाठीचार्ज में घायल होने के बाद उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस लाठीचार्ज में बीजेपी सांसद जर्नादन सिग्रीवाल और बिहार के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा भी घायल हो गए। इस दौरान सांसद जर्नादन सिग्रीवाल को गंभीर चोट आई हैं। उनके सिर में भी चोट आई है।
बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पटना पुलिस कहर बनकर टूट पड़ी। पुलिस की ओर से बीजेपी कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठीचार्ज किया गया। इस दौरान आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। पुलिस लाठीचार्ज से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। बीजेपी नेताओं कार्यकर्ता की मौत से पार्टी नेताओं में खासा आक्रोश है। बीजेपी नेताओं का आरोप है कि जहानाबाद के पार्टी कार्यकर्ता की मौत नहीं हुई है, यह मर्डर बिहार सरकार ने किया है।
बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस की ओर से लाठीचार्ज के पहले वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया गया। इस लाठीचार्ज में कई महिला कार्यकर्ता और नेता भी घायल हुए हैं। विधानसभा मार्च को लेकर जिला प्रशासन की ओर से बड़े स्तर पर तैयारी की गई थी। विधानसभा के बाहर गेट पर विशेष सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। 60 दंडाधिकारी, 3 डीसीपी, 2 सिटी एसपी, 200 से अधिक लाठी पार्टी, 50 से अधिक राइफलधारी, 50 महिला पुलिस सहित एसटीएफ के जवान तैनात किए गए थे।