गुरुवार सुबह बाढ़ का पानी मुख्य शहर में प्रवेश कर गया है। यमुना का जलस्तर 208.46 मीटर तक पहुंच गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से बाढ़ वाले इलाकों में न जाने की ताजा अपील की है। केजरीवाल ने आपातकाल के समय सहयोग का आग्रह करते हुए कहा कि सरकार निकासी कार्य जारी रखे हुए है।
दिल्ली में बाढ़ की स्थिति राजनीतिक टकराव का मुद्दा बन गई है और केजरीवाल इसका दोष हरियाणा द्वारा हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी पर मढ़ रहे हैं। केजरीवाल ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हरियाणा से दिल्ली की ओर पानी का प्रवाह धीमा करने के लिए केंद्र के हस्तक्षेप की मांग की है।
आपको बता दें कि सिविल लाइंस, आईटीओ, कश्मीरी गेट, जीटी करनाल रोड, बोट क्लब, मठ बाजार, नीली छत्री मंदिर, यमुना बाजार, नीम करोली गौशाला, विश्वकर्मा कॉलोनी, मजनू का टीला और वज़ीराबाद के बीच फैला, न्यू उस्मानपुर, शास्त्री पार्क, पुराना यमुना पुल, निगम बोध घाट रोड, सोनिया विहार, मंडावली, पांडव नगर, गांधीनगर, गीता कॉलोनी, गीता घाट, विश्वकर्मा खड्डा कॉलोनी और गढ़ी मांडू क्षेत्र में बाढ़ का पानी घुस चुका है।
जो क्षेत्र बाद से प्रभावित होंगे उसमें लक्ष्मी नगर, सराय काले खां, बदरपुर, जामिया नगर, शाहीन बाग, मयूर विहार, बदरपुर खादर, डीएनडी, पुश्ता, जगतपुर में मुख्य यमुना रोड, सराय काले खां में भेलोपुर शमशान घाट, ग्यासपुर और मिलेनियम डिपो के आसपास झुग्गियां में बाढ़ का खतरा है।