हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा से प्रदेश को भारी नुकसान हुआ है। वहीं मानसून सीजन में भारी बारिश की वजह से अब तक 88 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, प्रदेश को करीब 1,312 करोड़ का नुकसान हुआ है। बारिश और लैंडस्लाइड से अभी भी 1189 सडकें बंद हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है। यह कमेटी नुकसान का सही आकलन करेगी। फिलहाल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक हिमाचल को तीन हजार करोड़ रुपए से चार हजार करोड़ रुपए तक के नुकसान की बात कही है।
सरकार ने लोगों की सुरक्षा के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। लोगों को गैर जरूरी होने पर यात्रा न करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा नदी-नालों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए इनके आसपास न जाने की भी हिदायत दी गई है।
प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पराशर में फंसे चंबा के लगभग सौ विद्यार्थियों और अन्य व्यक्तियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। मंडी जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान भारी वर्षा से 49 करोड़ रूपए का नुकसान हुआ हैं। जिले में भूस्खलन से अभी भी 35 सड़के बंद हैं। जिला उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने कहा कि वर्षा से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है और प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील की है।