2024 के लोकसभा चुनावों में अभी समय है। लेकिन चुनावों से पहले ही राजनीतिक दलों की लड़ाई तेज हो गई है। मंगलवार को बीजेपी ने घोषणा की है कि एनडीए के 38 सहयोगियों ने बैठक में अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है।
बीजेपी ने 18 जुलाई को दिल्ली में अपने सहयोगी दलों की बैठक बुलाई है। एनडीए की इस मीटिंग में शामिल होने के लिए बिहार से आने वाले नये साथियों को भी न्योता भेजा गया है। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के बाद चिराग़ पासवान पहली बार एनडीए की बैठक में शामिल होंगे। महागठबंधन छोड़ने के बाद जीतन राम मांझी की पार्टी ‘HAM’ भी एनडीए में शामिल हो चुकी है और दिल्ली वाली बैठक में HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन के साथ मौजूद रहेंगे। उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल का भी एनडीए में शामिल होना तय है और कुशवाहा भी एनडीए की मीटिंग में शामिल होंगे।
एनडीए की मीटिंग को लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए की बैठक है। जिसमें 38 पार्टियां साथ आ रही हैं।पिछले 9 सालों में एनडीए का जो डेवलमेंट का एजेंडा है, जो स्कीम्स हैं, जो नीतियां हैं, जो पीएम मोदी के नेतृत्व में चल रही हैं, इसमें एनडीए के सभी दलों ने रूचि दिखाई है। एनडीए के प्रति उत्साह के साथ पार्टियां आ रही हैं।
बीजेपी के साथ बिहार में अब पारस की RLJP के अलावा चिराग़ पासवान की LJPR और मांझी की HAM भी हिस्सा बन चुकी है। उपेन्द्र कुशवाह ने जिस RLJD का गठन जेडीयू से अलग होने के बाद किया वो भी एनडीए के साथ जाने वाली है। मतलब ये कि पशुपति पारस, चिराग़ पासवान, जीतन राम मांझी और उनके बेटे संतोष सुमन और उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए कि बैठक में शामिल होंगे। बिहार में फ़िलहाल 4 पार्टियां ऐसी हैं जिन्हें बीजेपी के साथ माना जा रहा है।